यहां होती है पांव में पद्म रेखा
पद्म का मतलब होता है कमल। पांव के तलवे पर पद्म रेखा थोड़ी-थोड़ी कमल के फूल जैसी देखती है। पद्म यानी कमल का संबंध धन और सौभाग्य से है। पद्म धन की देवी लक्ष्मी का आसन है। पांव में यह रेखा पैर के अंगूठे और तर्जनी के नीचे स्थित होती है और एड़ी की चली जाती है। मान्यता है कि यह रेखा जितनी गहरी और स्पष्ट होती है, व्यक्ति का भाग्य उतना बढ़िया होता है।पद्म रेखा के प्रकार
पद्म रेखा के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का अलग-अलग अर्थ होता है। स्पष्ट और गहरी रेखा: यह सबसे शुभ मानी जाती है और व्यक्ति को जीवन में काफी सफलता मिलती है। हल्की रेखा: यह भी शुभ मानी जाती है, लेकिन व्यक्ति को थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। टूटी हुई रेखा: यह अशुभ मानी जाती है और व्यक्ति को जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।पांव में पद्म रेखा के मायने
1- यदि किसी व्यक्ति के पांव की पद्म रेखा एड़ी के निचले भाग से शुरू होकर अंगूठे तक जाती है तो व्यक्ति खूब प्रसिद्धि और धन हासिल करता है। 2- जिन व्यक्तियों के पांवों के बीच से निकलकर तीन रेखा एक साथ आगे बढ़ती है और उसमें से एक रेखा अंगूठे और दूसरी ऊंगली के बीच ऊपर तक पहुंचती है, तो व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता हासिल होती है। 3- अगर पैरों के मध्य भाग से निकलकर एक खड़ी रेखा सीधा ऊंगुलियों तक पहुंचे तो माना जाता है कि ऐसा व्यक्ति भाग्यशाली होता है। 4- यदि पैरों के मध्य भाग से निकलकर एक रेखा अनामिका ऊंगुली तक जाती है, तो व्यक्ति आलसी स्वभाव का हो सकता है। 5- जिन व्यक्तियों के के पैरों के अंगूठे के नीचे कोई खड़ी रेखा मौजूद होती है, वे तेजस्वी और धनवान होते हैं। उन्हें काफी शोहरत भी मिलती है। ये भी पढ़ें: Navratri 2024: नवरात्रि में मां दुर्गा को न चढ़ाएं ये 7 फूल, देवी हो जाएंगी नाराज, ये है उनका सबसे प्रिय फूल! ये भी पढ़ें: वफादारी की मिसाल होते हैं इन 3 राशियों के लोग, दोस्ती और प्यार में दे सकते हैं अपनी जान
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