Rakshabandhan 2025: रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार और विश्वास का पवित्र पर्व है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र व सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।
हिंदू धर्म में इस त्योहार का विशेष महत्व है और इसे शुभ मुहूर्त में पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। साल 2025 में यह रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। अन्यथा इनका नेगेटिव इंपैक्ट लाइफ में देखने को मिलता है। भाई और बहन के रिश्तों में खटास का भी कारण ये गलतियां बनती हैं। इस कारण इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
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अशुभ मुहूर्त में न बांधें राखी
रक्षाबंधन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा, राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। हिंदू धर्म में शुभ कार्य हमेशा सही समय पर करने की मान्यता है। रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है, क्योंकि भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य वर्जित होता है। वहीं, इस दिन राहुकाल, यमगण्ड काल आदि में भी राखी नहीं बांधनी चाहिए। इस कारण राशि बांधने से पहले उस दिन के पंचांग से शुभ और अशुभ काल की जांच कर लें।
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राखी की थाली को न छोड़ें अधूरा
राखी बांधने की थाली में सभी जरूरी चीजें जैसे राखी, रोली, चंदन, अक्षत (चावल), मिठाई और दीपक होनी चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन चीजों के बिना राखी बांधना अधूरा माना जाता है। इनकी अनदेखी करने से भाई-बहन की लाइफ पर खराब असर पड़ता है।
आपस में न रखें मनमुटाव
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार और एकता का त्योहार है। अगर इस दिन आपके मन में भाई या बहन के लिए कोई गलतफहमी या नाराजगी हो तो उसे पहले ही दूर कर लें। बेमन से राखी बांधना सही नहीं माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, शुद्ध मन से किए गए कार्य ही फलदायी होते हैं।
गलत दिशा में बैठना
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राखी बांधते समय भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। गलत दिशा में बैठकर राखी बांधने से शुभ फल कम हो सकते हैं।
राखी को न करें अनादर
राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्यार और रक्षा के वचन का प्रतीक है। इसे फेंकना, तोड़ना नहीं चाहिए। इसको कई बार लोग राखी को बांधने के बाद उसे कहीं भी फेंक देते हैं, जो अनुचित है। राखी पुरानी हो जाए, तो उसे किसी पवित्र नदी में विसर्जित करें या तुलसी के पौधे के पास रख दें।
मांस-मदिरा का सेवन न करें
रक्षाबंधन एक पवित्र त्योहार है, और इस दिन तामसिक भोजन (मांस, मछली, अंडा) या शराब का सेवन करना धार्मिक रूप से गलत माना जाता है। इस दिन सात्विक भोजन करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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