Pushya Nakshatra Upay: ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों का वर्णन किया है, जिसमें से एक पुष्य नक्षत्र भी है। पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है, जिसे 27 नक्षत्रों में आठवां स्थान प्राप्त है। ये एक शुभ नक्षत्र है, जिसके स्वामी शनि ग्रह और देवता बृहस्पति हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पुष्य नक्षत्र में कुछ अचूक उपायों को करने से कुंडली में शनि और गुरु बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है। साथ ही देवी लक्ष्मी और नारायण जी का आशीर्वाद मिलता है।
चलिए जानते हैं साल 2024 के अंतिम पुष्य नक्षत्र का सही समय क्या है। साथ ही आपको इस नक्षत्र में करने वाले उन 5 उपायों के बारे में भी जानने को मिलेगा, जिन्हें करने से आपको शनि देव, गुरु देव, देवी लक्ष्मी और नारायण जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।
यदि आप लक्ष्मी-नारायण जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो पुष्य नक्षत्र में भगवान विष्णु को तुलसी जरूर अर्पित करें। विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय है। यदि सच्चे मन से आप उन्हें तुलसी का पत्ता अर्पित करते हैं, तो इससे आपके जीवन में विष्णु जी के आशीर्वाद से सदा खुशहाली बनी रहेगी।
पुष्य नक्षत्र में 4 से 5 पेन जरूर खरीदें और उनका इस्तेमाल लंबे समय तक करें। इस उपाय से आपको शनि देव, गुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। देवी-देवताओं के आशीर्वाद से आपको धन लाभ होगा। साथ ही घर-परिवार में खुशहाली बनी रहेगी।
पुष्य नक्षत्र में सोना, चांदी, हल्दी, लोहा और केसर आदि खरीदना शुभ माना जाता है। इससे आपकी कुंडली में नवग्रहों की स्थिति मजबूत होगी और धन-संपत्ति में वृद्धि होगी।
पुष्य नक्षत्र में घी जरूर खरीदना चाहिए। 18 दिसंबर 2024 को मार्केट से घी खरीदकर घर लाएं और फिर उसी घी से खाना बनाएं। इस उपाय से आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होगी। साथ ही शनि और गुरु देव का भी आशीर्वाद मिलेगा।
यदि आपके जीवन में बार-बार परेशानियां आ रही हैं या आपकी कुंडली में शनि व गुरु दोष है, तो पुष्य नक्षत्र में अपने हाथों से खीर बनाएं। सबसे पहले खीर को लक्ष्मी-नारायण जी को अर्पित करें और फिर उसका सेवन खुद करें। इस उपाय से जल्द ही आपके जीवन में खुशियों का आगमन हो सकता है।