Pradosh Vrat 2026: भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित प्रदोष व्रत हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. 1 जनवरी 2026 को साल का पहला प्रदोष व्रत होगा. यह व्रत गुरुवार को है ऐसे में यह गुरु प्रदोष व्रत होगा. आप पौष माह के शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत के मौके पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के साथ ही शिव स्तुति का पाठ करें. शिव स्तुति का पाठ कर आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं. इससे भगवान शिव आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे.
शिव स्तुति का पाठ (Shiv Stuti Lyrics in Hindi)
आशुतोष शशांक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा।।
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निर्विकार ओमकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता,
शिवम सत्यम सुंदरा।।
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निरंकार स्वरूप कालेश्वर,
महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा।।
शूल पानी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय,
विश्वनाथ विशम्भरा।।
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा।।
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा।।
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा।।
आशुतोष शशांक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ।।
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
शिव स्तुति का पाठ करने के लाभ
भगवान शिव की स्तुति करने से भक्तों की मनोकामान पूर्ण होती है. मानसिक शांति मिलती है और सभी रोगों से मुक्ति मिलती है. शिव स्तुति करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है. आप प्रदोष व्रत पर स्नान आदि कर पूजा करें और पूजा के दौरान शिव स्तुति करें. इससे आपको भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलेगा.
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