Paush Amavasya 2025 Upay: 19 दिसंबर को साल 2025 की आखिरी अमावस्या है, जो कि पौष अमावस्या और दर्श अमावस्या है. इस दिन पितरों की आत्मा की शांति व उन्हें संतुष्ट करने के लिए पूजा-पाठ करना शुभ होता है. हालांकि, कुछ लोग पापों से मुक्ति पाने के लिए पौष अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में स्नान और गरीबों को दान भी देते हैं. वहीं, अगर आप किसी कारण से पौष अमावस्या पर पूजा-पाठ नहीं कर पा रहे हैं तो कुछ उपायों को करके भी पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, पौष अमावस्या पर पितृ धरती पर आते हैं और अपने वंश के लोगों को आशीर्वाद देकर जाते हैं. चलिए जानते हैं पौष अमावस्या के पावन दिन करने वाले तीन महाउपायों के बारे में.
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पौष अमावस्या के सिद्ध उपाय
- पितृ दोष से मुक्ति पाने का उपाय
धार्मिक मान्यता के अनुसार, पीपल के पेड़ में देवताओं और पितरों का वास होता है. यदि पौष अमावस्या के पावन दिन कोई व्यक्ति पीपल के वृक्ष की पूजा करता है और पेड़ के पास दीपक जलाता है, तो उसे पितृ दोष और पापों से मुक्ति मिलती है.
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- पितरों को खुश करने का उपाय
पौष अमावस्या के पावन दिन घर से दूर किसी पीपल के पेड़ के पास घी का एक दीपक जलाएं और उसके समीप सफेद मिठाई का एक टुकड़ा रखें. अब पितरों से जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए माफी मांगें और अपनी इच्छा को तीन से चार बार बोलें. इस उपाय से आपको पितृ दोष के नकारात्मक प्रभाव से छुटकारा मिलेगा और पितृ खुश होंगे.
- बार-बार आ रही समस्याओं से मुक्ति पाने का उपाय
यदि आपके सामने बार-बार परेशानियां आ रही हैं या कोई काम लंबे वक्त से पूरा नहीं हो रहा है तो पौष अमावस्या के पावन दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करें. साथ ही गरीबों को तीन प्रकार के अनाज, सफेद वस्त्र, काला कंबल, काले तिल या घी का दान करें. इससे न सिर्फ आपको पुण्य मिलेगा, बल्कि पितृ भी खुश होंगे. माना जाता है कि पौष अमावस्या पर किया गया दान सीधे पितरों तक पहुंचता है, जिसे यदि वो स्वीकार करते हैं तो परिवार के केवल एक व्यक्ति का नहीं पूरे वंश का कल्याण होता है.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.