Parivartini Ekadashi 2024: साल में 24 एकादशी आती हैं, जो सभी भगवान विष्णु को समर्पित हैं। जयंती एकादशी यानी परिवर्तिनी एकादशी भी उन्हीं एकादशी में से एक है, जिसका सनातन धर्म के लोगों के लिए खास महत्व है। भादो माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखा जाता है। इस शुभ दिन कुछ उपायों को करके विष्णु जी को प्रसन्न किया जा सकता है, जिनकी कृपा से जीवन में सुख-शांति और धन का वास होता है। चलिए जानते हैं इस बार परिवर्तिनी एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और इस खास दिन कौन-कौन से उपाय करने लाभदायक होते हैं।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:52 मिनट से लेकर दोपहर बाद 12:41 मिनट तक है। इस दिन देवी-देवताओं की पूजा के लिए विजय मुहूर्त भी शुभ है। जो दोपहर 02:20 मिनट से लेकर दोपहर बाद 03:09 मिनट तक है। वहीं व्रत के पारण का समय 15 सितंबर 2024 को प्रात: काल 06 बजकर 06 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है।
परिवर्तिनी एकादशी के प्रभावशाली उपाय
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पहले उनके सामने चांदी के कुछ सिक्के रखें। पूजा समाप्त होने के बाद लाल कपड़े में उन सिक्कों को बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय से आपके घर में धन का आगमन होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी।
एकादशी के शुभ दिन पीपल के पेड़ की विधिपूर्वक पूजा करें। पीपल के पेड़ में शक्कर वाला जल अर्पित करें। साथ ही पेड़ के समीप घी का दीप जलाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को सच्चे मन से करने से पैसों की कमी से छुटकारा मिलता है। साथ ही खराब सेहत में सुधार होता है।
विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए परिवर्तिनी एकादशी के दिन जरूरतमंद लोगों को तेल, तिल से बने व्यंजन, धन और अन्न का दान करना शुभ होता है। इससे आपके ऊपर चढ़ा हुआ कर्ज जल्द समाप्त हो जाएगा। साथ ही आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सकता है।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन श्री हरि की मूर्ति का दूध और केसर के मिश्रण से अभिषेक करना शुभ होता है। इससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।
जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है, वो परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले फूलों से बनी माला और पीली मिठाई अर्पित करते हैं, तो उन्हें जल्द ही खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।