हिन्दू धर्म में तिथि और मुहूर्त का महत्व
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का समय तिथि के आधार पर निर्धारित होता है। कभी-कभी किसी तिथि का कुछ हिस्सा एक दिन में और कुछ हिस्सा अगले दिन में आता है। सनातन पंचांग इसे संधि काल कहा गया है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, किसी भी पर्व-त्योहार और इस अवसर देवी-देवताओं की पूजा उसकी वास्तविक तिथि के दिन शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए। मान्यता है कि पूजा-पाठ, व्रत, उपाय आदि वास्तविक तिथि और शुभ मुहूर्त में करने पर ही मनोकामना पूरी होती है, अन्यथा पूजा-पाठ, व्रत, उपाय आदि अधूरे रहते हैं या निष्फल हो जाते है। ये भी पढ़ें: Navratri 2024: नवरात्रि में मां दुर्गा को न चढ़ाएं ये 7 फूल, देवी हो जाएंगी नाराज, ये है उनका सबसे प्रिय फूल!उदयातिथि नियम क्या है?
सरल शब्दों में उदयातिथि का मतलब है कि जिस दिन सूर्य उदय होता है, उसी दिन की तिथि मानी जाती है, चाहे उस तिथि का अधिकांश समय पिछले दिन ही बीत गया हो। इसको ऐसे समझ सकते हैं, माना कि तिथि की शुरू 10 अक्टूबर को सूर्योदय होने के बाद किसी समय होती है और वह तिथि 11 अक्टूबर को सूर्योदय होने के बाद समाप्त होती है, तो तिथि की वास्तविक गणना 11 अक्टूबर को मानी जाएगी।नवरात्रि अष्टमी 2024 कब है?
सनातन पंचांग के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि, इसे महाअष्टमी भी कहते है, का आरंभ 10 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के आधार पर अष्टमी व्रत की पूजा 11 अक्टूबर 2024 को करनी शुभ मानी जा रही है।महाअष्टमी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त
शुक्रवार 11 अक्टूबर, 2024 को नवरात्रि महाअष्टमी के दिन माता दुर्गा की पूजा करने के तीन शुभ मुहूर्त हैं: प्रात: काल मुहूर्त: 06:20 मिनट से लेकर 07:47 मिनट तक उन्नति मुहूर्त: सुबह में 07:47 मिनट से लेकर 09:14 मिनट तक अमृत मुहूर्त: सुबह में 09:14 मिनट से लेकर 10:41 मिनट तकअष्टमी पूजा का महत्व
नवरात्रि के नौ दिनों में शक्ति की विभिन्न रूपों की उपासना की जाती है। अष्टमी का दिन शक्ति की उपासना के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन माता दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से माता दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। ये भी पढ़ें: वफादारी की मिसाल होते हैं इन 3 राशियों के लोग, दोस्ती और प्यार में दे सकते हैं अपनी जान
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।