- सावन की इस पहली एकादशी के दिन रुद्राक्ष की माला धारण करने से शीघ्र ही सभी ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।
- पूजन के समय भगवान शिव की विधिवत पूजा के बाद उनको भभूत लगाएं और इसके बाद अपने मस्तक पर भी भभूत लगाएं। यह मानसिक एकाग्रता को बढ़ाता है और राहु के असर को समाप्त करता है।
- भगवान शिव और भगवान विष्णु को एक साथ प्रसन्न करने के लिए बेल पत्र पर ‘ॐ श्री हरिः’ लिख कर कम से कम 5 बेल पत्र चढ़ाएं।
- कामिका एकादशी के रोज भूखे व्यक्तियों, गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
- किसी जरूरतमंद की मदद करें। शीघ्र ही भगवत्कृपा से आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।