Kaalchakra News24 Today, Pandit Suresh Pandey: सनातन धर्म में प्रत्येक मंत्र के जाप का अपना अलग महत्व होता है। माना जाता है कि मंत्रों में विशेष शक्ति होती है, जिसके सही उच्चारण से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। गायत्री मंत्र में 24 अक्षर होते हैं, जो शरीर की अलग-अलग ग्रंथियों को प्रभावित करते हैं। जो लोग नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करते हैं, उनके शरीर के 7 चक्रों और 72,000 नाड़ियों पर शुभ प्रभाव पड़ता है। गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों में 24 बीज मंत्र हैं, जिनका अलग-अलग परेशानियों में अलग-अलग बीज मंत्र का जाप किया जाता है।
आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको मंत्रों के महामंत्र कहे जाने वाले गायत्री मंत्र के जाप करने के नियम, महत्व और लाभ के बारे में बताएंगे।
ये भी पढ़ें- Love Rashifal: मेष से मीन तक, आज कैसी रहेगी 12 राशियों की लव लाइफ? पढ़ें राशिफल
गायत्री मंत्र के जाप से मिलेगा महालाभ
पंडित सुरेश पांडेय के अनुसार, गायत्री मंत्र के जाप से दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा मन और मस्तिष्क दोनों शांत रहते हैं, जिससे एकाग्रता और याददाश्त मजबूत होती है।
जो लोग नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करते हैं, शरीर में उनका ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है। बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और फेफड़े भी मजबूत होते हैं।
जिन लोगों को संतान सुख नहीं मिल रहा है, वो अगर सुबह-शाम गायत्री मंत्र का जाप करते हैं, तो उन्हें जल्द ही संतान सुख मिल सकता है।
यदि आप पैसों की कमी का सामना कर रहे हैं, तो इसके लिए गायत्री मंत्र का जाप करने से पहले धन की देवी मां लक्ष्मी के नाम का भी जाप करें। अगर ऐसा आप नियमित रूप से करते हैं, तो जल्द ही आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है।