TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

Kaalchakra: अजीब लेकिन अहम संकेत मिलते हैं सांसों की गति से, पंडित सुरेश पांडेय से जानें कैसे?

Kaalchakra Today: सांस वो जीवन शक्ति है, जिस कारण व्यक्ति जीवित रहता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सांस लेने के तरीके से भी भविष्य के बारे में पता चल सकता है? यदि नहीं, तो चलिए प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय से जानते हैं सांस और भविष्य के बीच के संबंध के बारे में.

Credit- Social Media

Kaalchakra Today 27 December 2025: ज्योतिष शास्त्र में भविष्य जानने के विभिन्न तरीकों के बारे में बताया गया है. इसमें सांस लेने के तरीके को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है, जिसके जरिए वर्तमान और भविष्य की स्थिति का आकलन किया जा सकता है. माना जाता है कि व्यक्ति की जिस नासिका से सांस चल रही होती है, वो उसी तरफ बैठता है तो उसके काम आसानी से सफल होते हैं. इसके अलावा सांसों के जरिए अपने शुभ समय के बारे में भी जाना जा सकता है.

आज 27 दिसंबर 2025 के कालचक्र में प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय आपको बताने जा रहे हैं कि सांसों से कैसे भविष्य का आकलन किया जा सकता है.

---विज्ञापन---

सूर्य नाड़ी-

जब नाक के दायीं ओर से सांस चलती है तो उसे सूर्य नाड़ी कहा जाता है. इस दौरान उत्तेजना, आवेश और जोश के साथ किए जाने वाले कामों का उत्तम फल मिलता है. बता दें कि कृष्ण पक्ष में मंगलवार, शनिवार और रविवार को सूर्य नाड़ी अधिक प्रभावशाली होती है.

---विज्ञापन---

चंद्र नाड़ी-

जब नाक के बायीं ओर से सांस चलती है तो उसे चंद्र नाड़ी कहते हैं. इस दौरान विवाह, दान, जलाशय निर्माण, नए कपड़े पहनना, घर बनाना, आभूषण खरीदना, व्यापार करना, बीज बोना, पढ़ाई करना, योग क्रिया, धार्मिक कार्य करना, दीक्षा लेना और दूर की यात्रा करने में मुश्किल नहीं होती है, बल्कि फल जल्दी मिलता है. बता दें कि शुक्ल पक्ष में सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को चंद्र नाड़ी अधिक प्रभावशाली होती है.

ये भी पढ़ें- Identify Real Gemstones: क्या आपने भी पहन रखा है Ratna? जानें वो असली रत्न है या नकली पत्थर

सुष्मना स्वर-

कभी-कभी सांस नाक के दोनों छिद्रों से एक साथ आती है, जिसे सुष्मना स्वर और शिव स्वर कहते हैं. दोनों नासिकाओं से सांस आए तो यात्रा, गृह निर्माण या किसी भी तरह के नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा इस स्वर में आशीर्वाद या श्राप दिया जाए तो वो पूर्ण होता है, इसलिए कहा जाता है कि इस स्वर के चलने पर कभी भी किसी के लिए गलत नहीं बोलना चाहिए.

यदि आप सांसों से मिलने वाले अन्य भविष्य के जरूरी संकेतों के बारे में जानना चाहते हैं तो उसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देखें.

ये भी पढ़ें- Video: 2026 में कुंभ राशि वालों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती, जानें अशुभ प्रभाव से बचने के लिए क्या करें?

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.


Topics:

---विज्ञापन---