घर से जुड़े वास्तु नियम
- अगर आप किराए पर देने के लिए घर बना रहे हैं तो घर बनवाते समय दक्षिण दिशा में मंगल यंत्र दबवाएं। जमीन से यंत्र कम से कम सवा फीट नीचे होना चाहिए। इसके अलावा घर में थोड़ा-सा कच्चा स्थान जरूर रखें। इससे घर में खुशहाली आएगी।
- मकान मालिक जिस घर को किराए पर देना चाहते हैं, उस घर की छत ऊंची और दीवारें मोटी होनी चाहिए। इससे किराएदार के अनावश्यक दखल से बचा जा सकता है।
- एक ही मकान में किराएदार और मकान मालिक दोनों रहने वाले हैं तो उत्तर-पश्चिम दिशा में किराएदार को रहने के लिए जगह दें। शास्त्रों में उत्तर-पश्चिम दिशा को चंद्रमा का स्थान माना गया है। यदि इस दिशा में किराएदार रहेगा तो उसका मन शांत रहेगा। जबकि दक्षिण-पश्चिम दिशा में किराएदार को जगह देने से मकान मालिक और किराएदार दोनों को आर्थिक, मानसिक और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- दक्षिण-पश्चिम दिशा में राहु का वास होता है। इस दिशा में मकान मालिक को रहना चाहिए। यदि इस दिशा में किराएदार रहेंगे तो वो मकान को जल्दी खाली नहीं करेंगे बल्कि उसे हड़पने की कोशिश करेंगे। ऐसे में दोनों पक्ष के बीच विवाद होगा और दोनों का ही जीवन प्रभावित होगा।
- घर अगर बहुमंजिला है तो सबसे ऊपर के फ्लोर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में मकान मालिक को रहना चाहिए। दरअसल, मकान की ऊपरी मंजिल का दक्षिण-पश्चिम भाग किराएदार की शक्ति और अधिकारों में बढ़ोत्तरी करता है। ऐसे में मकान पर उनके अधिकार की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए किराएदार को नीचे की मंजिल पर ही स्थान देना चाहिए।
- यदि मकान मालिक के घर का ईशान कोण दबा या कटा हुआ है तो किराएदारों से विवाद होता है।
- एक दीवार से मिले हुए दो मकान यमराज के समान होते हैं। इसलिए कभी घर को इस तरह न बनवाएं।
- घर के सामने सड़क है तो उस हिस्से को खाली न रखें। उस हिस्से में मकान मालिक को खुद रहना चाहिए वरना उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।