आज के समय यानी कलयुग में हनुमान जी को प्रसन्न करना बेहद सरल है। माना जाता है कि जो लोग सच्चे मन से हनुमान जी की आराधना करते हैं, उन्हें वो हर संकट से बचाते हैं और अपनी कृपा सदैव उनके ऊपर बनाए रखते हैं। हनुमान जी को खुश करने के लिए नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है। जो लोग रोजाना सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उन्हें बजरंग बली की विशेष कृपा प्राप्त होती है और उनके घर में सदा खुशहाली बनी रहती है। लेकिन हनुमान चालीसा का पाठ करते समय साधक को कई नियमों का पालन करना चाहिए। नहीं तो पाप लग सकता है।
आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको हनुमान चालीसा के पाठ से जुड़े नियमों और उससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
हनुमान चालीसा के पाठ से जुड़े अहम नियम
बजरंग बली की पूजा करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
आसन पर बैठकर हमेशा हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
चालीसा में जो शब्द जैसा लिखा है, उसका उच्चारण वैसे ही करना चाहिए। शब्दों के गलत उच्चारण से पाप लग सकता है।
जो लोग रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर पाते हैं, उन्हें हनुमान जी को समर्पित शनिवार और मंगलवार के दिन पाठ जरूर करना चाहिए।
जो लोग हनुमान जी की पूजा करते हैं या नियमित रूप से पाठ करते हैं, उन्हें तामसिक भोजन और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।