Gangajal Rules: हिंदू धर्म में मां गंगा को पवित्र और मोक्षदायिनी माना गया है. गंगाजल न सिर्फ आध्यात्मिक शांति देता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाता है. सही तरीके से गंगाजल रखने और इस्तेमाल करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है. लेकिन अगर ध्यान न दिया जाए, तो इसकी पवित्रता कम हो सकती है. आइए जानते हैं, घर मे रखे गंगाजल से संबंधित कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए?
नेगेटिव ऊर्जा से छुटकारा: गंगाजल को रोज सुबह पानी में मिलाकर घर में छिड़कें. ऐसा करने से वास्तु दोष, बुरी नजर और नकारात्मक प्रभाव खुद-ब-खुद दूर हो जाते हैं. घर में शांति का माहौल बनता है और मन को भी सुकून मिलता है.
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धन और बरकत में वृद्धि: पढ़ाई या पूजा घर में गंगाजल की छोटी शीशी रखें. पूजा में इसका इस्तेमाल करने से घर में धन की कमी नहीं रहती. बरकत अपने आप बढ़ने लगती है. साथ ही, घर का वातावरण हमेशा सकारात्मक और समृद्धिपूर्ण बना रहता है.
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रिश्तों में प्रेम और समझदारी: अगर घर में झगड़े या तनाव अधिक हैं, तो पूरे घर में गंगाजल छिड़कें. यह मन को शांत करता है, गुस्से को कम करता है और परिवार में मिठास बढ़ाता है. रोजाना गंगाजल का प्रयोग रिश्तों को मजबूत बनाने में मदद करता है.
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संतान सुख की कामना: दंपत्तियों के लिए गंगाजल का अभिषेक विशेष लाभकारी है. रोजाना शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने और घर में गंगाजल रखने से संतान सुख जल्दी प्राप्त होता है. यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को भी बढ़ाता है.
गंगाजल रखने की सावधानियां
- प्लास्टिक से बचें: गंगाजल हमेशा तांबे, चांदी या कांच की शीशी में रखें.
- हाथ साफ रखें: इसे छूने से पहले हाथ-पैर धोएं और साफ कपड़े पहनें. मासिक धर्म या सूतक के समय इसे न छुएँ.
- ऊँचाई पर रखें: गंगाजल की शीशी को जमीन पर न रखें. पूजा स्थल या ऊँचाई पर ही रखें.
इन्हें भी ध्यान में रखें
हिन्दू धर्म में गंगाजल केवल पानी नहीं है, यह पवित्रता, सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद का प्रतीक है. सही तरीके से इसका इस्तेमाल करके आप घर में सुख, शांति और समृद्धि ला सकते हैं.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।