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बेटे अपने पिता से क्या सीखते हैं? पैरेटिंग कोच ने बताया ये 3 चीजें पापा को देखकर करने लगते हैं बॉयज

Things Sons Learn From Their Fathers: पिता जाने-अनजाने बेटों को कई तरह से प्रभावित करते हैं. ऐसे में आइए पैरेंटिंग कोच से जानें वो कौनसी चीजें है जो बेटे अपने पितो को देखकर सीखते हैं.

पैरेंटिंग कोच ने बताई वो बातें जो पिता ही अपने बेटों को सिखा सकते हैं. Image Credit - Pexels

Parenting Tips: पिता बेटे के रोल मॉडल होते हैं. अक्सर कहा जाता है कि बेटियां पिता की लाडली होती हैं, लेकिन बेटे भी पिता को उतना ही चाहते हैं जितना कि बेटियां और पिता भी बेटे से उतना ही प्यार करते हैं जितना अपनी बिटिया से. लेकिन, बेटों की परवरिश में अक्सर ही पिता सख्त होते हैं. वहीं, पिता का बेटे पर खूब इंफ्लुएंस होता है. अपने पिता को देखकर ही बेटे बहुत सी चीजें सीख जाते हैं. ऐसे में पिता को खासतौर से ध्यान रखना चाहिए कि उनका व्यवहार और अच्छी-बुरी आदतें बेटे में आ सकती हैं. इसी बारे में बता रही हैं सर्टिफाइड पैरेंटिंग कोच रेणु गिरधर. पैरेंटिंग कोच (Parenting Coach) ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से पोस्ट करके बताया है कि वो कौनसी चीजें हैं जो बेटा अपने पिता से सीखता है.

पिता से क्या सीखते हैं बेटे | What Things Sons Learn From Fathers

औरतों की इज्जत करना

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जब बेटा देखता है कि उसके पापा मम्मी को अच्छे से ट्रीट करते हैं उनके काम में हेल्प करते हैं, अच्छे से बात करते हैं, रिस्पेक्ट देते हैं और कोई भी सलाह लेनी हो उनसे बात करते हैं, तो बेटा (Son) भी सीखता है कि उसे औरतों की इज्जत किस तरह करनी है. पैरेंटिक कोच का कहना है कि घर का माहौल जैसा होता है बच्चे भी वही सब सीखते हैं.

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अपनी जिम्मेदारी निभाना

अगर पिता (Father) अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाते हैं तो बेटा भी जिम्मेदार बनता है और जिम्मेदारियों को बेहतर तरह से समझता है. वह सीखता है कि कैसे उसे हर चीज के लिए रिस्पोंसिबल बनना है.

अपने इमोशंस को एक्सप्रेस करना

लड़कों को आमतौर पर सिखाया जाता है कि वे अपने इमोशंस को एक्सप्रेस ना करें और अंदर ही अंदर दबा लें. लेकिन, जब बेटे देखते हैं कि पिता अपनी फीलिंग्स या इमोशंस को कैसे एक्सप्रेस करते हैं तो वो भी सीखते हैं कि उन्हें भी अपनी फींलिग्स को एक्सप्रेस करना चाहिए. इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि बेटे के मन में कभी यह ना आए कि लड़के कभी रोते नहीं है. पिता को अपने बेटे को यह जरूर सिखाना चाहिए कि अगर बेटा कुछ फील करता है और तो उसे उन भावनाओं को बाहर आने देना चाहिए.

पैरेंटिंग कोच का कहना है कि ये सभी चीजें पिता ही बेहतर तरह से अपने बेटे को सिखा सकते हैं. इससे बेटा ना सिर्फ एक अच्छा इंसान बनेगा बल्कि खुश भी रहेगा. बेटे की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं पिता से सीखी गईं ये चीजें.

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