बढ़ते तापमान के कारण हमारी बॉडी पर लू का प्रभाव पड़ने लगता है। लू से बीमार होना सामान्य है लेकिन तेज धूप से स्किन पर भी कुछ असर पड़ता है। इसे हम सरल भाषा में सनबर्न कहते हैं। सनबर्न को लोग अमूमन सूरज से टैन होने वाली स्किन समझते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि सनबर्न एक गंभीर स्किन से जुड़ा संक्रमण होता है। इससे स्किन न सिर्फ काली बल्कि उस पर लाल-लाल दाग, निशान और चकत्ते भी बन सकते हैं।
सेंसिटिव या ऑयली स्किन वाले लोगों को फुंसी-फोड़े भी हो सकते हैं। हेल्थ रिसर्चस के मुताबिक, कई बार यूवी रेज के संपर्क में अधिक रहने से आपको स्किन कैंसर भी हो सकता है।
हाल ही में IMD (India Meteorological Department) ने भी लोगों को वॉर्निंग देते हुए बताया है कि इस साल गर्मी का आलम बहुत ज्यादा होने वाला है। धूप भी इतनी तेज होगी कि आपकी स्किन सनबर्न की प्रॉब्लम फेस कर सकती है। उन्होंने वीडियो शेयर कर लोगों को यह भी बताया कि सनबर्न के शुरुआती लक्षण और फर्स्ट एड के लिए क्या किया जा सकता है।
सनबर्न के शुरुआती संकेत
1. स्किन रेडनेस- त्वचा धूप में ज्यादा रहने से लाल पड़ने लगती है। इसे सनबर्न का संकेत कहते हैं।
2. स्किन में पेन- जी हां, सनबर्न का एक साइन धूप से आने के बाद त्वचा में दर्द महसूस करना है।
3. सूजन- स्वेलिंग, खासतौर पर चेहरे और आंखों में होने वाली सूजन भी सनबर्न का साइन होता है।
4. सिरदर्द- धूप में ज्यादा देर तक रहने से कुछ लोगों को सिरदर्द भी होता है। यह दिमाग में धूप की किरणों के प्रभाव से होता है। कुछ मामलों में धूप से बुखार भी हो जाता है।
5. स्किन का छिलना- अगर आपकी त्वचा गर्मी के मौसम में कमजोर हो रही है, तो यह सनबर्न की वजह से हो सकता है। इसमें स्किन के ऊपर पपड़ी जैसी बनती है और निकलने लगती है।
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Sunburn के कुछ सामान्य कारण
धूप के संपर्क में बिना सनस्क्रीन, बिना स्किन बैरियर और बिना त्वचा को ढके आना।
UV-A और UV-B रेज, इसमें यूवी-ए के संपर्क में आने से स्किन में एजिंग के साइन्स दिखने लगते हैं। यूवी-बी रेज की वजह से स्किन में जलन और सनबर्न की समस्या हो जाती है।
रेगिस्तानी और समुद्र तटों के आस-पास रहना। इसमें यदि कोई यहां का लोकल है या फिर घूमने गया है, तो सनबर्न का शिकार हो सकता है।
सर्दियों के मौसम में लोग धूप सेकने के लिए ज्यादा समय तक सूरज की रोशनी में बैठते हैं, जिस वजह से सनबर्न की समस्या होना आम है।
धूप से कैंसर होता है!
कई रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि ज्यादा समय तक और बार-बार धूप में रहने से या सनबर्न होने से त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। क्लिवलैंड क्लिनिक की रिपोर्ट भी बताती हैं कि यह खतरा विशेष रूप से उन लोगों में ज्यादा होता है जिनकी त्वचा हल्की और सेंसिटिव होती है। इसलिए, धूप में जाने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
धूप में जाने से पहले इन बातों का ख्याल रखें
सही सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। किसी डर्मेट की मदद से सही SPF अपनी स्किन के अनुसार चुनें।
सनस्क्रीन को हर 2 घंटे में बार-बार लगाना चाहिए। खासतौर पर ऑयली और सेंसिटिव-एक्ने प्रोन स्किन वालों को।
चेहरे को कवर करने के लिए मास्क, सनग्लासेस और स्कार्फ का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, धूप से जितना हो सके उतना बचें।
सनबर्न के बाद First Aid
IMD के मुताबिक, आपको धूप के संपर्क में आने के बाद रोजाना कुछ बातों का ध्यान रखना है। सनबर्न के बाद की समस्याओं को कम करने के लिए करने वाले ये प्राथमिक उपचार बेहद असरदार होंगे। जैसे समय पर डॉक्टरी सलाह लेना और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं ले सकते हैं।
पुणे के स्किन और लेजर ट्रीटमेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर धनंजय चौहान बताते हैं कि धूप से सनबर्न होता है और उन्हें इस समस्या से राहत पाने के लिए घर में कुछ उपाय फॉलो करने चाहिए, ताकि जल्दी और स्किन पर बिना किसी साइड-इफेक्ट के सही इलाज हो सके।
1. रोजाना स्नान करें।
2. सही और एंटी-बैक्टीरियल साबुन यूज करें।
3. शरीर का तापमान कम करने के लिए आप डाइट का ख्याल रखें।
4. गर्मियों में वाटर इनटेक बढ़ाएं।
5. तरबूज, खरबूज, खीरा, दही-छाछ जैसी चीजों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
6. अगर आपकी स्किन पर फुंसी या दाने निकल गए हैं, तो किसी मेडिकेटेड साबुन का यूज करें।
7. नीम के पानी से नहाएं और इंफेक्टेड स्किन पर नीम का तेल लगाएं।
8. एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें।
9. दही, खीरा और इमली का फेस पैक लगा सकते हैं।
10. एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं ले सकते हैं लेकिन समस्या ज्यादा हो, तो पहले आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
घेरलू उपायों से भी मिलेगी मदद
ठंडे पानी की मदद से स्किन पर सिकाई करें।
टमाटर के रस की मसाज करने से सनबर्न का असर कम होता है।
नींबू का रस और शहद मिलाकर कॉटन की मदद से फेस पर लगाएं।