Ayodhya Famous Temples: अयोध्या, भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि, अपनी प्राचीन आस्था, दिव्य और आध्यात्मिक ऊर्जाओं से हर यात्री का मन मोह लेती है. ऐसे बहुत से लोग हैं जो इस पवित्र नगरी की यात्रा का प्लान करते हैं, और अगर आप भी यहां जाने की सोच रहे हैं तो अयोध्या के 7 प्रमुख मंदिरों के दर्शन जरूर करें. इन मंदिरों में न केवल भक्ति की अद्भुत अनुभूति होती है, बल्कि हर कदम पर आपको एक नया आध्यात्मिक अनुभव भी मिलता है. तो आइए जानें इन पवित्र मंदिरों की खासियत और वह सब कुछ, जो आपकी अयोध्या यात्रा को यादगार बना देगा.
अयोध्या के फेमस 7 मंदिर | Ayodhya Famous 7 Temple
श्री राम जन्मभूमि मंदिर
श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या का सबसे पवित्र और प्रमुख तीर्थस्थल है, जहां भगवान श्रीराम का जन्म स्थान माना जाता है. रामलला के दर्शन हर भक्त के मन को अद्भुत शांति और भक्ति से भर देते हैं. अयोध्या यात्रा की शुरुआत यहीं से होती है. अगर आप अयोध्या जाए तो श्री राम जन्मभूमि के दर्शन जरूर करें.
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हनुमानगढ़ी
अयोध्या के मध्य स्थित हनुमानगढ़ी भगवान हनुमान को समर्पित सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. यहां तक पहुंचने के लिए लगभग 75 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. मान्यता है कि स्वयं हनुमानजी यहां रामलला की रक्षा के लिए निवास करते थे.
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कनक भवन
कनक भवन का अपना विशेष महत्व है, क्योंकि इसे प्रभु श्रीराम और माता सीता को उपहार स्वरूप दिया गया था. इस मंदिर कि मूर्तियां इसको अत्यंत दिव्य बनाती हैं. इसे अयोध्या का ‘स्वर्ण मंडप’ भी कहा जाता है.
नागेश्वरनाथ मंदिर
नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिना जाता है और यह भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता है कि यह मंदिर श्रीराम के पुत्र कुश द्वारा बनवाया गया था. सरयू नदी के निकट स्थित यह मंदिर शैव और वैष्णव दोनों परंपराओं के समन्वय का प्रतीक है.
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त्रेता के ठाकुर मंदिर
यहां स्थित भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की प्राचीन मूर्तियां मंदिर की शोभा बढ़ाती हैं. यह मंदिर केवल विशेष दिनों पर दर्शन के लिए खुलता है. इसके साथ ही आप अयोध्या यात्रा के दौरान यहां आने का विचार कर सकते हैं.
मणिराम छावनी
मणिराम छावनी अयोध्या का एक प्रमुख धार्मिक स्थल और संत परंपरा का केंद्र है. यहां पर साधु-संतों का वास रहता है जप-तप और वेदांत की शिक्षा दी जाती है. यहां के साधु समाज की उपस्थिति अयोध्या की प्राचीन आध्यात्मिक परंपराओं को आज भी जीवित रखती है.
दशरथ महल (दशरथ भवन)
दशरथ महल वह स्थान माना जाता है जहां भगवान राम के पिता महाराज दशरथ का राजमहल स्थित था. इस महल में प्रवेश करते ही रामकथा और अयोध्या के प्राचीन राजसी इतिहास का दिव्य आभास मिलता है.