Pakistan Politics: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि कोर्ट में उनकी हत्या हो सकती है, इसलिए कोर्ट से उन्होंने अपील की है कि उनसे जुड़े मामलों की वर्चुअली सुनवाई की जाए। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से वर्चुअली पेश होने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष ने सोमवार को आरोप लगाया कि फेडरेशन जस्टिस कैंपस में उनके लिए मौत का जाल बिछाया गया था, जहां वे शनिवार को तोशखाना मामले की सुनवाई में शामिल होने पहुंचे थे।
पाकिस्तानी मीडिया हाउस 'द डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने दावा किया कि उन्हें मारने के लिए बाहर अज्ञात लोग तैनात थे। इमरान ने कहा कि ये [मुझे जेल में डालने के लिए] नहीं बल्कि [मुझे] मारने के लिए था। अगर मैं ऐसे ही बेनकाब होता रहा तो ज्यादा देर नहीं लगेगी, वे सफल होंगे और फिर कौन जिम्मेदार होगा?
पाकिस्तीन के चीफ जस्टिस को खान ने लिखी चिट्ठी
पीटीआई चीफ इमरान खान ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बांदियाल को पत्र लिखकर अपने खिलाफ दर्ज मामलों को एक करने का अनुरोध किया है। बता दें कि तोशखाना से उपहार खरीदने के मामले में इमरान खान कोर्ट का सामना कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने तोशखाना से एक महंगी ग्रेफ कलाई घड़ी रियायती मूल्य पर प्रधानमंत्री के रूप में खऱीदी थी, फिर से लाभ के लिए ऊंची कीमतों में बेच दिया।
मामले के विवरण का खुलासा नहीं करने के लिए उन्हें पाकिस्तान के चुनाव आयोग की ओर से अयोग्य भी ठहराया गया था। चुनाव निकाय ने बाद में आपराधिक कानूनों के तहत उसे दंडित करने के लिए जिला अदालत में शिकायत दर्ज की लेकिन खान ने मामले में कई अदालतों के सम्मनों को छोड़ दिया।
शनिवार को पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे थे इमरान खान
पिछले शनिवार को, जब खान तोशखाना मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय गए, तो अदालत के बाहर भारी ड्रामा देखा गया। न्यायिक परिसर के बाहर इस्लामाबाद पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों के कारण एडीएसजे जफर इकबाल ने उन्हें अदालत में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के बाद उनका गिरफ्तारी वारंट रद्द कर दिया था।
इमरान खान पर आतंकवाद, हत्या, ईशनिंदा, हत्या के प्रयास और राजद्रोह जैसे आरोपों का सामना कर रहे करीब 100 मामलों में भी मामला दर्ज किया गया है।