Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में सोमवार को 16 घंटे की मैराथन चर्चा शुरू हो चुकी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। गौरव ने रक्षा मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि राफेल कई करोड़ों रुपये का है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बता रहे हैं कि 4 से 5 विमान गिरे। सरकार असली संख्या बताए। इसके अलावा गौरव ने सेना ने पहले बताया था कि 21 टारगेट तय किए गए थे लेकिन केवल 9 पर अटैक क्यों हुआ, टारगेट कम क्यों हुए? कांग्रेस सांसद गौरव ने सवाल उठाते हुए कि पहलगाम हमले के समय देश के मुखिया सऊदी अरब में थे। पूरा कार्यक्रम किया। वापस आकर बिहार में जाकर चुनावी रैली की। पहमलाम भी नहीं गए। कहा कि सरकार में अहंकार आ गया है। कितनी भी गलती हो, मानते नहीं हैं।
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10 मई को अचानक क्यों समर्पण किया?
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर पर पूरा देश और विपक्ष पीएम मोदी का समर्थन कर रहा था। अचानक 10 मई को हमें पता चला कि युद्धविराम हो गया है। क्यों? हम पीएम मोदी से जानना चाहते थे कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आप रुके क्यों और किसके सामने आत्मसमर्पण किया? अमेरिकी राष्ट्रपति ने 26 बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम की घोषणा करने के लिए मजबूर किया।
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रक्षामंत्री बताएं, कितने लड़ाकू विमान गिरे?
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि 5-6 जेट गिरे हैं। एक-एक जेट करोड़- अरब रुपयों का है। इसलिए हम जानना चाहते हैं कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हमें स्पष्ट बताएं, देश पर विश्वास पर करें। देश में सच्चाई सुनने का साहस है। बताएं कितने लड़ाकू जहाज गिरे। क्योंकि ये सच्चाई देश के नागरिकों को नहीं, देश के जवानेो को भी देना है। कहा कि आज उनसे भी झूठ कहा जा रहा है। उनके बीच में भी भ्रम फैलाया जा रहा है।
जिम्मेदारी गृहमंत्री को लेनी पड़ेगी...
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने ली। जिम्मेदारी गृहमंत्री को लेनी पड़ेगी। गृहमंत्री की तरफ इशारा करते हुए गोगोई ने कहा कि नैतिक जिम्मेदारी आपको (अमित शाह) लेनी पड़ेगी। केंद्र सरकार राज्यपाल के पीछे नहीं छिप सकते। गृहमंत्री कुठ दिन पहले ही वहां थे। उन्होंने सुरक्षा का रिव्यू लिया। गौरव ने कहा कि सरकार इतनी कमजोर कि सरकार ने टूर ऑपरेट को दोष किया। सरकार ने कारण बताया कि टूर ऑपरेटर बिना अनुमति लोगों को बैसारण ले जा रहे थे, हमें पता ही नहीं था।
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