West Bengal Violence: बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हावड़ा, इस्लामपुर और अन्य इलाकों में हुई हिंसा के मामले में कोलकाता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की है। जिसमें सीबीआई या एनआईए से जांच की मांग की गई है। साथ ही केंद्रीय बलों की तैनाती किए जाने की बात कही है।
कार्यवाहक न्यायमूर्ति ने जनहित याचिका दायर करने की अनुमति दे दी है। उसे 3 अप्रैल को सूची में पहले नंबर पर रखने का निर्देश दिया है।
सुवेंदु ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा
सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र जीटी रोड का दौरा किया। घायलों से भी मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि पुलिस असमाजिक तत्वों के लोगों को संभाल नहीं पा रही है। इस हिंसा के पीछे पीछे देश विरोधी लोगों का हाथ है। यही कारण है कि हिंसा को बढ़ाया जा रहा है। सुवेंदु ने कहा कि मुख्यमंत्री अपना वोट बैंक बचाने के लिए ध्रुवीकरण और तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं।
राज्यपाल, सीएम और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल हिंसा मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर बात की है। उन्होंने हालात पर चिंता जाहिर करते हुए राज्य की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली है।
शाह ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार से भी बात की है। बोस और मजूमदार से कानून व्यवस्था की जानकारी ली है। राज्यपाल ने हावड़ा के हिंसा प्रभावित इलाके शिबपुर में स्थिति का जायजा लिया है।
प्रदेश अध्यक्ष मजूमदार ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी
प्रदेश अध्यक्ष मजूमदार ने गृह मंत्री शाह को एक चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने हिंसा को पूर्व नियोजित करार दिया है। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि सीएम ममता बनर्जी ने 29 मार्च को बयान दिया था कि अगर कहीं कुछ गड़बड़ी हुई तो रामनवमी के जुलूसों पर सख्त कार्रवाई होगी। मजूमदार ने पूरे मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जांच कराए जाने की मांग की है।
टीएमसी नेता अभिषेक बोले- कहीं कोई चूक तो होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले में टीएमसी नेता और सीएम के भतीजे अभिषेक बनर्जी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हावड़ा पुलिस कमिश्नरेट ने जुलूस में कितने लोग शामिल थे? जुलूस के सटीक शुरुआत की जगह और अंत कहां होगा? इसका सटीक विवरण नहीं दिया है।
महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जिस रूट की इजाजत नहीं थी, उस रास्ते से जुलूस निकालना शुरू कर दिया गया।अगर पुलिस की ओर से कोई चूक हुई है, तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने आदेश दिया है। उन्होंने हावड़ा हिंसा को पूर्व नियोजित बताया है।
नमाज के बाद भड़की हिंसा, दुकानों को बनाया गया निशाना
गुरुवार को हावड़ा के शिबपुर इलाके में रामनवमी पर्व पर निकली शोभायात्रा पर पथराव कर दिया गया था। पेट्रोल बम भी फेंके गए। इस घटना में कई लोग घायल हुए। इसी बीच असामाजिक तत्वों ने सड़क पर खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। कई दुकानों और मकानों में जमकर तोड़फोड़ की। आरोप है कि मौके पर मौजूद पुलिस बस मूकदर्शक बनकर देखता रहा।
इस हिंसा में पुलिस, पत्रकार भी घायल हुए। पुलिस ने कारवाई करते हुए करीब 36 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। सुबह से ही पुलिस इलाके में रूट मार्च कर रही थी, तभी दोपहर में कुछ लोग जीटी रोड पर नमाज पढ़ने लगे। नमाज खत्म होते ही दोबारा हिंसा भड़क गई। भीड़ अचानक से जमा हुई और दोबारा लोगों के घरों और दुकानों को अपना निशाना बनाने लगी। तोड़फोड़ और पत्थर बाजी शुरू हो गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अमर देव पासवान की रिपोर्ट। यह भी पढ़ें:हावड़ा हिंसा पर अब सियासत: ममता बनर्जी बोलीं- पहले ही चेताया था, बीजेपी ने बंगाल CM को ठहराया जिम्मेदार