सदन में वक्फ संशोधन बिल को लेकर बहस हुई। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद लोकसभा में देर रात वोटिंग के जरिए वक्फ संशोधन विधेयक पास हो गया। अब इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में इस बिल को पेश किया था, जिसका कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन सहयोगी दलों ने विरोध किया।
संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश होने से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष ने बैठक की थी। इसके बाद लोकसभा में इस बिल को पेश किया गया। जहां कांग्रेस, सपा, एआईएमआईएम समेत विपक्षी दलों ने इस बिल का विरोध किया तो वहीं जेडीयू और टीडीपी समेत एनडीए की सहयोगी पार्टियों ने इस विधेयक का समर्थन किया। विपक्षी नेताओं की संशोधन की मांग पर वोटिंग हुई। रंजन गोगोई और असदुद्दीन ओवैसी समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं का संशोधन खारिज हो गया।
यह भी पढ़ें : शाहबानो केस में क्या था आरिफ मोहम्मद खान का ऐतिहासिक भाषण? जिसका रविशंकर प्रसाद ने संसद में किया जिक्र
विपक्षी पार्टियों के 12 बज गए : किरेन रिजिजू
चर्चा के बाद अंत में किरेन रिजिजू ने संसद के सभी सदस्यों का धन्यवाद व्यक्त किया। किरेन रिजिजू ने संसद में कहा कि भारत सेक्युलर है, यहां रहकर ये लोग खुद को सेक्युलर कहते हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहते तो सेक्युलर सेक्युलर नहीं बोल पाते। नेहरू और इंदिरा ने जो किया, उससे आप भाग नहीं सकते हैं। विपक्षी पार्टियों के 12 बज गए हैं। चर्चा हुई, जिनको समझना था समझ गए, जिनको नहीं समझना है उनको समझाने का फायदा नहीं है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर क्या बोले अमित शाह?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी द्वारा पेश किए गए बिल का समर्थन किया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आप (विपक्ष) इस देश को तोड़ दोगे। वे इस सदन के माध्यम से देश के मुसलमानों से कहना चाहते हैं कि वक्फ में एक भी गैर-मुस्लिम नहीं आएगा।
इस कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन वक्फ बोर्ड और वक्फ परिषद क्या करेगी? वक्फ की संपत्तियां बेचने वालों को पकड़कर बाहर निकालेगी। वक्फ की आय गिरती जा रही है, जिसके माध्यम से अल्पसंख्यकों के लिए विकास करना है और उन्हें आगे बढ़ाना है, वो पैसा जो चोरी होता है, उसको वक्फ बोर्ड और परिषद पकड़ने का काम करेगी।
वक्फ संशोधन बिल पर राहुल गांधी का ट्वीट
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वक्फ संशोधन बिल मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके निजी कानूनों एवं संपत्ति के अधिकारों को हड़पने के उद्देश्य से बनाया गया एक हथियार है। भाजपा, आरएसएस और उनके सहयोगियों द्वारा संविधान पर यह हमला आज मुसलमानों पर लक्षित है, लेकिन भविष्य में अन्य समुदायों को निशाना बनाने को एक मिसाल कायम करता है।कांग्रेस इस कानून का कड़ा विरोध करती है, क्योंकि यह भारत के मूल विचार पर हमला करता है और अनुच्छेद 25, धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है।
यह भी पढ़ें : वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य क्या? हाशिये से मुख्यधारा तक सशक्त जीवन, सुनिश्चित विकास