नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा- हम सभी दक्षिण-दक्षिण सहयोग और सामूहिक रूप से वैश्विक एजेंडे को आकार देने के महत्व पर सहमत हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सेवा के लिए क्षेत्रीय हब विकसित करने और पेशेवरों की गतिशीलता में सुधार पर जोर देते हैं।
डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों के प्रति भी सचेत
पीएम मोदी ने आगे कहा- हम डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों को शीघ्रता से लागू करने की क्षमता के प्रति भी सचेत हैं। शिक्षा में विशेष रूप से दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने के लिए हम टेक्नोलॉजी का उपयोग कर सकते हैं। इससे व्यावसायिक प्रशिक्षण में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने से हम सभी लाभान्वित हो सकते हैं।
कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के महत्व पर सहमत
पीएम मोदी ने आगे कहा- बैंकिंग और वित्त के क्षेत्र में भारत के अपने अनुभव से डिजिटल को बड़ा आधार बनाया है। कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के महत्व पर हम सभी सहमत हैं। हमें वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने और विकासशील देशों को इन मूल्य श्रृंखलाओं से जोड़ने के तरीके खोजने की भी आवश्यकता है।