संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में रामजीलाल के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद सदन को 12 बजे तक के लिए स्थ्गित कर दिया गया। सदन में आज इस सप्ताह की कार्यवाही का अंतिम दिन है। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राणा सांगा को लेकर रामजी लाल सुमन की टिप्पणी पर हंगामा शुरू कर दिया। पीयूष गोयल ने कहा कि जो रामजीलाल सुमन ने कहा है वह घोर निंदनीय है। देश के वीरों का अपमान किया जो कि अमर्यादित है। देश नहीं पूरी दुनिया देख रही है।
इससे पहले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा देश के हीरो थे। उन्होंने कहा कि सभापति ने कहा कि जो बात कार्यवाही से हटा दी गई है। उसे दोहराया नही जाता है। आज क्या हो रहा है? आज इसे फिर से दोहराया जा रहा है। हम मानते है कि किसी जाति के महापुरुष का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि लेकिन इसकी आड़ में किसी दलित के घर में तोड़-फोड़ करोगे, दलित का घर जलाओगे।
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खड़गे ने राणा सांगा का फिर से अपमान किया
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कानून अपने हाथ में लेकर कोई किसी के घर जाकर तोड़-फोड़ करता है तो इसकी मैं निंदा करता हूं। ये दलितों के खिलाफ है। बीजेपी के राधामोहन अग्रवाल ने कहा कि अगर सुमनजी ने स्पष्टीकरण दे दिया होता तो बात उसी दिन खत्म हो जाती लेकिन उन्होंने अपनी बात वापस नहीं ली। इसका मतलब उन्होंने जो कहा वो सुनियोजित था । दूसरी तरफ खड़गे ने प्रकरण को दलित समाज को जोड़कर राणा सांगा का फिर से अपमान किया है। इसके बाद आरोपों का जवाब देने के लिए जब रामजीलाल सुमन जब उठे तो सदन को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
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