कुमार गौरव, नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा में आज भी विपक्ष के द्वारा तवांग मुद्दा पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा हुआ। भारत और चीन के मुद्दे पर कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी द्वारा दिए गए भाषण की सरकार की तरफ से कड़ी निंदा की गई। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि विपक्ष का रवैया बिल्कुल नकारात्मक है। जोशी ने सवाल पूछा कि इस मुद्दे पर सोनिया गांधी क्या भारत की तैयारियों और रणनीति की जानकारी शत्रु और विरोधी देश तक पहुंचाना चाहती है ? उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को देश की जनता को इस सवाल का जवाब देना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर पहले भी संसद में चर्चा नहीं करवाए जाने के कई उदाहरणों मौजूद है। जोशी ने आरोप लगाया कि जो पार्टी चीन के अधिकारियों के साथ गुप्त बैठक करती हैं, चंदा लेती हैं और सांठगांठ रखती हैं उनका इतिहास भी देखना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में भारत ने अपनी जमीन खोई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता भारत को मिल रही थी जिसे कांग्रेस की सरकार में गिफ्ट के तौर पर चीन को दे दिया और कांग्रेस के हिंदी चीनी भाई भाई के नारे को आज भी भारत की जनता भुगत रही है।
संसदीय कार्य मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों को भारत की सरकार , रक्षा मंत्री, भारत की संस्थाएं यहां तक कि भारत की सेना पर भी भरोसा नहीं है। जोशी ने कहा कि कांग्रेस और कुछ अन्य राजनीतिक पार्टियां बाहर आकर ये बयान दे रहे हैं कि वे सदन में चीन पर चर्चा की मांग कर रहे हैं और सरकार चर्चा नहीं कराना चाहती है। जबकि रक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर संसद के दोनो सदनो में बयान दिया ,भारतीय सेना ने भी इस मुद्दे पर बयान दे चुकी है सरकार के तरफ से कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया गया है।
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