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‘उद्धव फिर बनेंगे CM’, भविष्यवाणी पर संजय निरुपम नाराज, शंकराचार्य को दे डाली ये खास सलाह

Sanjay Nirupam News: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की उद्धव ठाकरे से मुलाकात पर संजय निरुपम ने नाराजगी जाहिर की है। संजय निरुपम ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की उद्धव के दोबारा सीएम बनने की भविष्यवाणी पर भी सवाल उठाए हैं। इसको लेकर उन्होंने एक्स पर प्रतिक्रिया दी है।

Sanjay Nirupam
Maharashtra Political News: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सोमवार को मातोश्री जाकर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना यूटीबी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से भेंट की। जिसके बाद बाहर आकर जो राजनीतिक बयान दिया, उस पर अब संजय निरुपम ने सवाल उठाए हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की उद्धव को दोबारा सीएम बनने की भविष्यवाणी करने को लेकर नसीहत भी दी है। संजय निरुपम ने कहा कि उनको (शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती) शिवसेना के अंदरुनी विवाद को लेकर राजनीतिक भाषण नहीं देना चाहिए।

संजय की सलाह-आपको टिप्पणी करना शोभा नहीं देता

निरुपम ने सलाह दी कि वे इससे बचें, ऐसा करना उनको शोभा नहीं देता है। संजय निरुपम ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लंबी पोस्ट अपलोड की है। जिसमें लिखा है कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती धार्मिक कम, राजनीतिक अधिक दिख रहे हैं। उद्धव ठाकरे से मिलना उनका निजी फैसला हो सकता है। उन्हें इस पर कोई एतराज नहीं है। लेकिन शिवसेना के अंदरुनी विषय पर बयान देना उनको शोभा नहीं देता है। उन्हें ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए। यह भी पढ़ें:केदारनाथ से कौन ले गया 228 क‍िलो सोना? कीमत 1500000000; मंद‍िर में Gold की जगह हुआ कांसे का इस्‍तेमाल? निरुपम ने कहा कि सीएम कौन बनेगा? यह जनता तय करेगी, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती नहीं। संजय ने कहा कि जो लोग विश्वासघात करते हैं, वे हिंदू हो ही नहीं सकते, ऐसा बयान भी उनका आया है। विश्वासघात किसने किया है? पहले यह तय होना चाहिए। विश्वासघात को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती नहीं तय कर सकते। विश्वासघात तो मानवीय गुण होता है, जिसका किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं होता। विश्वासघात के तमाम प्रकरण और उदाहरण हिंदू पौराणिक कथाओं और इतिहास में दर्ज हैं। अब सवाल उठता है कि क्या वे हिंदू नहीं थे? संजय निरुपम ने आगे लिखा है कि अवगुण की वजह से कोई अच्छा या बुरा हिंदू हो सकता है। लेकिन वह हिंदू ही नहीं हो सकता, यह तो कुतर्क है। यह भी पढ़ें:‘4 बेगम और 36 बच्चे नहीं चलेंगे…’ विधायक बालमुकुंद आचार्य का बड़ा बयान, देखिए वीडियो


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