SCO Meeting: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव गुरुवार सुबह गोवा के डाबोलिम हवाईअड्डे पहुंचे। बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक गोवा में हो रही है। बैठक में शामिल होने के लिए लावरोव गोवा पहुंचे हैं। उनके साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी था। बैठक में शामिल होने के बाद लावरोव भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्री उन लोगों में शामिल हैं जो व्यक्तिगत रूप से इस बैठक में शामिल होंगे। कहा जा रहा है कि दोनों मंत्री एससीओ सदस्यों के बीच आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा समेत कई महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। लावरोव के अन्य एससीओ देशों के अपने समकक्षों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है।
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2023 में लावरोव का दूसरा भारत दौरा
इस साल यह दूसरी बार है जब लावरोव भारत के दौरे पर पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने मार्च में नई दिल्ली में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लिया था। जानकारी के मुताबिक, भारत आज शाम चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के अपने समकक्षों के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रिभोज की मेजबानी भी करेगा।
शुक्रवार को होने वाली एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि के बीच हो रही है। बता दें कि 2023 में भारत के एससीओ की अध्यक्षता की थीम ‘सिक्योर-एससीओ’ है। भारत इस क्षेत्र में बहुपक्षीय, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने में एससीओ को विशेष महत्व देता है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है।
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विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले, एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक इस अप्रैल में नई दिल्ली में हुई थी जिसमें रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने भाग लिया था और ‘मेक इन इंडिया’ पहल में रूसी रक्षा उद्योग की भागीदारी और आगे गति प्रदान करने के तरीकों पर चर्चा की थी।