Sabse Bada Sawal, 25 July 2023: नमस्कार, प्रणाम मैं हूं गरिमा सिंह। बहुत स्वागत आप सभी का। आज की चर्चा बेहद महत्वपूर्ण है। हमारा भारत यानी INDIA को लोकतंत्र की नजीर माना जाता है। लोग भारत के लोकतंत्र की दुहाई देते हैं। लेकिन कई दफा ये लोकतंत्र अपनी गरिमा खोता नजर आता है। आज बात उस बयान की, जो पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया।
पीएम ने कहा कि INDIA नाम जोड़ लेने से कुछ नहीं होगा। INDIA नाम इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ा है। INDIA नाम ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़ा है। INDIA का नाम पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़ा है। वे 140 करोड़ की जनता के प्रधानमंत्री हैं। इसीलिए उनके हर कहे शब्द का इस देश की जनता के मन में सम्मान होता है। क्या देश की सियासत में चुने हुए प्रतिनिधियों को पीएम नरेंद्र मोदी इंडियन मुजाहिद्दीन या पीएफआई संगठन से जोड़ेंगे। इंडियन मुजाहिद्दीन और पीएफआई दोनों प्रतिबंधित संगठन हैं।
ये बयान कितना सही है? क्या देश के संवैधानिक पदों पर बैठे किसी व्यक्ति को ऐसा बयान देना चाहिए? क्या सही है और क्या गलत है? आज के पैनल में बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी, कांग्रेस प्रवक्ता संजय निरुपम, जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी, आप प्रवक्ता जैस्मीन शाह, एलजेपी-आर प्रवक्ता एके वाजपेयी और राजनीतिक विश्लेषक सुकेश रंजन ने बड़ी बेबाकी से सभी मुद्दों पर राय रखी है।
आज का सबसे बड़ा सवाल यही है कि 24 की लड़ाई INDIA से 'इंडियन मुजाहिद्दीन' पर आई? NDA बनाम INDIA का मैच...कौन पकड़ेगा कैच?