Sabse Bada Sawal, 18 May 2023: नमस्कार मैं हूं संदीप चौधरी। आज सबसे बड़ा सवाल में मैं बात करने वाला हूं पिछड़ा वर्ग के राजनीति की। कर्नाटक में सिद्धारमैया अगले मुख्यमंत्री होने वाले हैं। लेकिन इन सबके बीच एक रणनीति पकड़ने की जरूरत है। सिद्धारमैया कुरबा समाज यानी पिछड़े वर्ग से आते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दलित हैं। अपने दम पर कांग्रेस की चार राज्यों में सरकार है। जिनमें से तीन राज्यों के सीएम पिछड़ा वर्ग से हैं। अशोक गहलोत और भूपेश बघेल पिछड़ा वर्ग से हैं। तो क्या मंडल की राह पर भी कांग्रेस चलती दिख रही है। इसमें एक वैचारिक समानता बाकी विपक्ष के क्षत्रपों के साथ साफ दिखती है क्या। मगर यहां सिर्फ विपक्ष की बात करना आधी अधूरी बात करना हो जाएगा।
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90 के दशक से जब भी मंडल का नाम लिया जाता है तो उसके साथ कमंडल शब्द भी जुड़ता है। कमंडल मतलब भाजपा। कर्नाटक के चुनाव में कमंडल धराशायी हो गया। अब भाजपा सिर्फ कमंडल की पार्टी नहीं है। बीजेपी के सबसे करिश्माई चेहरा नरेंद्र मोदी पिछड़ा वर्ग से हैं। 2013 के बाद से ही उन्होंने यह रेखांकित करना शुरू कर दिया। इसके चलते बीजेपी ने गरीबों और पिछड़ों में बड़ी सेंधमारी की। जातीय जनगणना से भी बीजेपी पीछे हट चुकी है। तो राजनीति करवट किस करवट बैठेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या 2024 के इलेक्शन में जाति बनेगी बड़ा मुद्दा।