रॉबर्ट वाड्रा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को कहा ‘झूठी’, बोले- अगर सबूत है तो दिखाओ, वरना…
Robert Vadra Vs Smriti Irani
Robert Vadra vs Smriti Irani: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान स्मृति ईरानी ने गौतम अडानी के साथ उनकी तस्वीर दिखाई। मणिपुर जल रहा है और स्मृति ईरानी को मेरे बारे में नकारात्मक बात उठा रही हैं, जबकि मैं संसद में भी नहीं हूं। भाजपा को मेरे नाम का दुरुपयोग बंद कर देना चाहिए। वाड्रा ने ईरानी को अपने आरोपों का सबूत देना चाहिए कि अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी के साथ मेरे घनिष्ठ संबंध हैं।
वाड्रा ने कहा कि पिछले 9 साल में जब भी सरकार फंसती है उनका नाम लेती है। असली मुद्दों से भटकाने के लिए बीजेपी मेरे नाम का इस्तेमाल करती है।
महिला पहलवानों के पास क्यों नहीं पहुंचीं ईरानी?
शनिवार को रॉबर्ट वाड्रा ने यह भी पूछा कि ईरानी उन पहलवानों तक क्यों नहीं पहुंचीं, जो भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
मेरे खिलाफ नहीं कोई सबूत
वाड्रा कहा कि मैं संसद से दूर रहता हूं। मैं तभी टिप्पणी करता हूं जब सरकार मेरा नाम सामने लाती है और मैं इसके लिए लड़ूंगा, क्योंकि नौ-दस साल से जब भी उन्हें घेरा गया, उन्होंने हमेशा मेरा नाम इस्तेमाल किया। मेरे खिलाफ साबित करने के लिए कुछ भी नहीं है।
2024 में भाजपा को देंगे टक्कर
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल हो गई है और हम उन्हें (NDA को) 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छी टक्कर देंगे। वहीं, प्रियंका गांधी से जुड़े सवाल के जवाब में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें संसद में होना चाहिए। उनके पास सभी योग्यताएं हैं। वह बहुत अच्छा काम करेंगी। मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें स्वीकार करेगी और उनके लिए बेहतर योजना बनाएगी।
स्मृति ईरानी ने संसद में क्या कहा?
दरअसल, राहुल गांधी ने सांसदी बहाल होने के बाद संसद में अपने पहले भाषण के दौरान अडानी मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में गौतम अडानी के साथ रॉबर्ट वाड्रा की फोटो दिखाते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि ये कब से अडानी-अडानी कर रहे हैं, तो अब थोड़ा अब मैं भी बोल दूं। फोटो मेरे पास भी है। 1993 में कांग्रेस ने मुंद्रा पोर्ट में अडानी को जगह दी। यूपीए शासन के दौरान उन्होंने अडानी को 72,000 करोड़ का लोन दिया। कांग्रेस शासन के दौरान विभिन्न राज्यों में बंदरगाहों का काम अडानी को क्यों दिया गया?
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