दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा अक्टूबर 2024 में निधन हो गया था, लेकिन उनसे जुड़ी उदारती की कहानियां आज भी आम लोगों में चर्चा का विषय है। अब उनके वसीयत को लेकर खुलासा हुआ है। बता दें कि रतन टाटा की वसीयत 23 फरवरी 2022 को लिखी गई थी। उनकी वसीयत में घरेलू स्टाफ, ऑफिस स्टाफ, दोस्तों और पालतू कुत्ते के लिए भी कुछ न कुछ छोड़ा गया है। टाटा ने न केवल अपने करीबियों को पैसे दिए बल्कि उनके द्वारा लिए गए कर्ज को भी माफ कर दिया है।
हेल्पर-कुक को मिला इतना पैसा
वसीयत से मिली जानकारी के अनुसार रतन टाटा ने अपने घर और ऑफिस स्टाफ के लिए 3.5 करोड़ रुपये छोड़े हैं। इसमें सबसे ज्यादा पैसे उन्होंने अपने कुक राजन शाॅ को दिए है। जानकारी के अनुसार उन्होंने कुक को 1 करोड़ रुपये, बटलर सुब्बैया कोनार को 66 लाख रुपये, ड्राइवर राजू लियोन को 19.5 लाख रुपये दिए हैं। इसके अलावा टाटा ने सेक्रेटरी डेलनाज गिल्डर को 10 लाख रुपये, टाटा ट्रस्ट के कंसल्टेंट को होम डी मालेसारा को 5 लाख रुपये, अलीबाग बंगले के केयरटेकर को 2 लाख रुपये और पर्सनल असिस्टेंट दीप्ति दिवाकरन को 1.5 लाख रुपये दिए हैं।
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पड़ोसी का लोन माफ किया
इसके साथ ही टाटा अपने पड़ोसी जेक मालीटे का 23.7 लाख रुपये का लोन भी माफ कर दिया। टाटा की रेजिडेंशियल प्राॅपर्टी का एक तिहाई हिस्सा पूर्व ताज कर्मचारी मोहिनी दत्त को दिया है। टाटा ने अपनी वसीयत में लिखा कि सात साल से अधिक समय तक उनके साथ रहे घरेलू नौकरों को उनकी संपत्ति से 15 लाख रुपये सेवा के अनुपात में बांटे जाए। इसके अलावा पार्ट टाइम हेल्पर्स और कार क्लीनर्स को 1 लाख रुपये दिए जाए। दिवंगत उद्यमी ने अपने जर्मन शेफर्ड कुत्ते टीटी के लिए 12 लाख रुपये छोड़े हैं। उसकी देखभाल का जिम्मा उनके कुक राजन शाॅ को सौंपा गया है।
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