राजा रघुवंशी हत्याकांड में रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं। अब सभी आरोपियों की पुलिस हिरासत मिल चुकी है, जिसके बाद पूछताछ से जल्द ही पूरी घटना का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है, अब केवल सबूतों का मिलान और मास्टरमाइंड को खोज निकालना ही बाकी है। राज और सोनम एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
सोनम पर पुलिस को शक कैसे हुआ?
NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को सोनम पर शक तब हुआ जब उसने एक होमस्टे में अपना बेहद पर्सनल और जरूरी सामान छोड़ दिया था। क्षेत्र के उप महानिरीक्षक डी.एन.आर. मारक ने बताया कि जिस होमस्टे में सोनम और राजा ठहरे थे, वहां छापेमारी के दौरान पुलिस को सोनम का मंगलसूत्र और अंगूठी बरामद हुई। ये दोनों चीजें एक सूटकेस में रखी हुई थीं।
पुलिस के सामने सवाल ये उठने लगा कि मंगलसूत्र और अंगूठी तो शादी की निशानी होती हैं, नई-नई शादी के बाद कोई महिला हनीमून पर आने के बाद इन्हें सूटकेस में कैसे छोड़ सकती है? इसी सवाल के बाद पुलिस की जांच सोनम की तरफ घूम गई और फिर जांच के केंद्र में सोनम आ गई थी।
कैसे की गई राजा की हत्या?
पूछताछ में सामने आया कि सोनम ने इस हत्या की पूरी साजिश रची थी। 23 मई को कॉन्ट्रैक्ट किलर पहले से ही नोंग्रियाट गांव में पहुंच चुके थे। सारे हत्यारे एक होमस्टे में ठहरे हुए थे। वे सोनम और राजा के पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। सोनम ने साजिश के तहत राजा को फोटो खिंचवाने के बहाने एक सुनसान जगह पर ले गई। रास्ते में उसने स्कूटी रोकने को कहा और अच्छी फोटो खिंचाने का बहाना बनाकर ऐसी जगह ले गई, जहां पूरी तरह सन्नाटा था। तभी कॉन्ट्रैक्ट किलर वहां पहुंचे और राजा पर हमला कर दिया।
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हत्या के बाद, सोनम ने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ मिलकर राजा का शव एक खाई में फेंका। फिर वह एक आरोपी के साथ स्कूटी पर कुछ दूरी तक गई, स्कूटी को छोड़कर वहां से फरार हो गई।