रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर से दो दिन की भारत यात्रा पर आ रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन पहली बार भारत आ रहे हैं। दोनों देशों के बीच 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। यह सम्मेलन दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने के लिए आयोजित किया जाता है। पुतिन करीब 30 घंटे भारत में रहेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी उनके लिए निजी रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे।
पुतिन का भारत दौरा क्यों खास?
जब पश्चिमी देश रूस को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहे हैं, तब भारत गर्मजोशी से पुतिन का स्वागत कर रहा है। यह दिखाता है कि भारत अपनी विदेश नीति के फैसले खुद लेता है और किसी के दबाव में नहीं आता। इसे ही 'रणनीतिक स्वायत्तता' कहते हैं। पुतिन के इस दौरे को भारत और रूस के बीच रणनीतिक रिश्तों की मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है। इस दौरे से रूस की वैधता को मजबूती मिलेगी। इस दौरे के दौरान, दोनों देशों का मुख्य फोकस डिफेंस, एनर्जी, ट्रेड सेक्टर में सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाना होगा। इसमें डिफेंस सेक्टर में सहयोग, रियायती रूसी तेल की सप्लाई,स्थानीय मुद्राओं (रुपया-रूबल) में व्यापार पर चर्चा की जा सकती है। अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ के बाद इस दौरे को अहम माना जा रहा है।
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पुतिन के दौरे का पूरा शेड्यूल :
- 4 दिसंबर की शाम राष्ट्रपति पुतिन नई दिल्ली पहुंचेंगे।
- उसी दिन शाम 7 बजे नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान में निजी रात्रिभोज का आयोजन किया है। यह रात्रिभोज 7, लोक कल्याण मार्ग पर होगा।
- 5 दिसंबर सुबह 9 बजे राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में पुतिन को औपचारिक स्वागत दिया जाएगा। उन्हें त्रि-सेवा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा।
- सुबह 10 बजे पुतिन राजघाट जाएंगे, वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
- सुबह 11 बजे हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ 23वीं भारत-रूस शिखर बैठक करेंगे। इस बैठक में डिफेंस, एनर्जी, ट्रेड, स्पेस और टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर में अहम समझौतों पर मुहर लग सकती है।
- शाम 4 बजे पीएम मोदी के साथ भारत-रूस बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे। यहां मुख्य फोकस द्विपक्षीय व्यापार को और मजबूत करने पर होगा।
- शाम 7 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित राज्य भोज में शामिल होंगे।
- उस दिन देर शाम राष्ट्रपति पुतिन भारत से वापस रूस लौट जाएंगे।
पुतिन के दौरे से पहले US टैरिफ पर रूस का बड़ा बयान
पुतिन के भारत दौरे से पहले भारत पर अमेरिका से ओर से लगाए गए टैरिफ को लेकर रूस का बड़ा बयान आया है। क्रेमलिन के स्पोक्सपर्सन दिमित्री पेसकोव ने रूस से तेल खरीदने पर, भारत पर US के ऊंचे टैरिफ लगने की चिंताओं पर बात करते हुए कहा कि मॉस्को इस चुनौती को पहचानता है. लेकिन वह अमेरिका और भारत के बाइलेटरल मामलों में दखल नहीं देगा. पेसकोव ने कहा कि हम US और भारत के बीच डिप्लोमैटिक रिश्तों में दखल नहीं दे सकते. हम समझते हैं कि भारत पर दबाव है. उन्होंने कहा कि यह दबाव अब यह तय करता है कि रूस भारत के साथ अपनी पार्टनरशिप को कैसे देखता है.
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साथ ही दिमित्री पेसकोव ने ये भी कहा कि भारत और रूस को रिश्ते का ऐसा आर्किटेक्चर बनाने में सावधानी रखनी होगी, जो किसी भी तीसरे देश के असर से मुक्त हो. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों को तय करने के लिए आजाद है और हम भारत के इस खासियत की तारीफ करते हैं.