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100 से ज्यादा देश हैं लेकिन, हमारे हित, हमारी प्राथमिकताएं समान; पीएम मोदी

PM Modi Second Voice of Global South Summit: पीएम मोदी ने कहा कि वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ 21वीं सदी की बदलती हुई दुनिया का सबसे अनूठा मंच है।

PM Modi Second Voice of Global South Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 17 नवंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दूसरी वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ 21वीं सदी की बदलती हुई दुनिया का सबसे अनूठा मंच है। भौगोलिक रूप से ग्लोबल साउथ हमेशा से ही रहा है लेकिन, उसे इस प्रकार से आवाज पहली बार मिल रही है और ये हमारे साझा प्रयासों से हो पाया है। हम 100 से ज्यादा अलग-अलग देश हैं लेकिन, हमारे हित समान हैं, हमारी प्राथमिकताएं समान हैं।

संवाद और कूटनीति पर दिया जोर

पीएम मोदी ने कहा पिछले साल दिसंबर में जब भारत ने G-20 की अध्यक्षता संभाली तब हमने इसमें ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज को आगे बढ़ाना अपनी प्राथमिकता माना। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र की घटनाओं से नई चुनौतियां उभर रही हैं। भारत ने इजरायल में सात अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। वहीं, इस दौरान संयम बरतने और संवाद तथा कूटनीति पर बल दिया गया।  

नागरिकों के मौत की निंदा की

पीएम मोदी ने कहा कि हम इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की भी कड़ी निंदा करते हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि फि‍लि‍स्‍तीन के राष्‍ट्रपति महमूद अब्‍बास से बातचीत के बाद वहां के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी गई। वहीं, दिल्‍ली में G-20 शिखर सम्‍मेलन के दौरान ग्‍लोबल साउथ से जुड़े मुद्दों को उठाया गया था। यह भी पढ़ें- उत्तरकाशी में अमेरिकन ऑगर मशीन से रातभर ड्रिलिंग, 40 लोगों की टीम ने 30 मीटर तक किया ड्रिल

उत्‍तर-दक्षिण के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए

इस दौरान पीएम ने कहा कि हम उस ऐतिहासिक पल को नहीं भूल सकते, जब अफ्रीकी संघ को भारत के प्रयासों से स्‍थाई सदस्‍य के रूप में G-20 में शामिल किया गया। G-20 ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए आर्थिक सहायता पर गंभीरता दिखाई। वहीं, शिखर सम्‍मेलन के दौरान ग्‍लोबल जैव ईंधन संगठन की शुरुआत की गई। भारत का विश्‍वास है कि नई प्रौद्योगिकी से उत्‍तर और दक्षिण के बीच कोई भेदभाव पैदा नहीं किया जाना चाहिए। पीएम ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में प्रौद्योगिकी का उपयोग जिम्‍मेदारी से करने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने घोषणा की भारत अगले महीने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ग्‍लोबल साझेदारी शिखर सम्‍मेलन आयोजित करेगा।  


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