हेल्दी फूड के शौकीन PM मोदी को बेहद पसंद हैं सहजन के पराठे; बनाना भी है एकदम आसान
दुनियाभर के गिने-चुने पॉपुलर लोगों में शुमार हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनैतिक घटनाक्रम में ही नहीं, बल्कि अपनी फिटनेस के लिए भी खासे चर्चा में रहते हैं। उनकी सेहत का राज उनके पसंदीदा पराठों में छिपा हुआ है। आम तौर पर सेहत विशेषज्ञ तली-भुनी हुई चीजों को अवाइड करने की सलाह देते हैं, लेकिन बावजूद इसके पराठे खाना फायदेमंद होता है। खासकर जब बात जब सेहत और स्वाद की हो रही हो तो मोदी जी के फेवरेट पराठे हर किसी के फेवरेट बन सकते हैं। आज News 24 हिंदी आपको इन खास पराठों की रेसिपी बता रहा है।
पांच स्टेप्स में समझें इनकी खास रेसिपी
- सबसे पहले तो यह बता देना जरूरी है कि पिछले महीने ही अपना 73वां जन्मदिन मना चुके PM मोदी के फेवरेट पराठे सहजन यानि मोरिंगा (Drumstick) के पत्तों से बनते हैं, जो आयुर्वेद में बहुत बड़ी औषधि के रूप में जाना जाता है।
- जाने-माने शेफ धीरज पोकले (Dheeraj Pokale) ने इस खास किस्म के पराठे को बनाने की विधि पर बात करते हुए बताया कि बारे में सबसे पहले सहजन के लगभग 1 कप पत्ते अच्छी तरह धोकर बारीक काट लें।
- इसके बाद अदरक के एक इंच के टुकड़े 2-3 हरी मिर्च लेकर उन्हें सहजन के पत्तों के साथ ग्राइंड करके दरदरा पेस्ट बना लें। इसे 2 कप गेहूं के आटे और 3 चम्मच बेसन के साथ अच्छी तरह से मिला लें।
- इस मिश्रण में अपने स्वाद के हिसाब से नमक, आधा-आधा चम्मच हल्दी और लाल मिर्च के साथ जीरा, अजवायन और गरम मसाले की एक-एक चम्मच मिलाकर आटे के साथ अच्छी तरह गूंथ लें।
- लगभग 4 मिनट के बाद लोइयां बनाकर आम पराठे की तरह बेलकर धीमी आंच पर रखे नॉनस्टिक तवे पर एक चम्मच तेल की मदद से गोल्डन ब्राउन होने तक सेकें। फिर गर्मागर्म परांठे को टमाटर की चटनी या सब्जी के साथ खाने का मजा लें।
यह भी पढ़ें: गोवा के टूरिज्म मिनिस्टर का फरमान- समुद्र के किनारे दुकानों पर बिकना चाहिए फिश करी और चावल
स्वाद के साथ-साथ सेहत को पहुंचाएंगे पांच बड़े लाभ
- दरअसल, सुपरफूड कहलाते मोरिंगा की पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटाशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्पलेक्स की मौजूदगी के चलते आयुर्वेद ने इसे करीब 300 रोगों का बेहतरीन उपचार माना है।
- विदेशी चिकित्सकों ने भी इस बात की पुष्टि की है। जर्नल ‘यूरोपीयन रिव्यु फॉर मेडिकल एंड फार्मालॉजिकल साइंस’ में छपी एक रिसर्च में भी बताया गया है कि आइसोथियोसाइनेट नामक कैमिकल कम्पाउंड की वजह से सहजन के पत्तों का अर्क डायबिटीज के उपचार में बहुत कारगर है। इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड इंसुलिन को बैलेंस रखता है।
और पढ़ें: मां वैष्णो देवी के दर्शन करने हेलीकॉप्टर से जाना चाहते हैं तो किराये को लेकर नया अपडेट जरूर देखें
- बदलते मौसम में यानि आती और जाती सर्दी-गर्मी में वायरल इन्फेक्शन का खतरा बहुत देखने को मिलता है। ऐसे खतरे से बचे रहने और निपटने के लिए अपनी डाइट में सहजन के पराठों को शामिल किया जाना चाहिए। एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेशन गुण आपकी सेहत को संभालेंगे।
- कुछ रिसर्चेज में यह भी दावा किया गया है कि सहजन की पत्तियां के नियमित रूप से चबाने से फेफड़ों में मौजूद गंदगी बाहर निकल जाती है, जिससे दमे का रोग तक ठीक हो सकता है।
- इसके अलावा नियाजिमिनिन और आइसोथियोसाइनेट जैसे यौगिक ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं, ...तो फिर क्यों न स्वाद और सेहत को साथ मिला लिया जाए।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world
on News24. Follow News24 and Download our - News24
Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google
News.