इंटरनेशनल स्पेस सेंटर गए शुभांशु शुक्ला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत की और उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने उनसे कई सवाल पूछे और कहा कि उनका यह अनुभव भारत के अंतरिक्ष सपनों को साकार करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री द्वारा शुभांशु से बात किए जाने पर उनके माता-पिता बेहद खुश और गौरवान्वित नजर आए।
माता-पिता ने व्यक्त की खुशी
शुभांशु के पिता ने कहा, “जिस तरह प्रधानमंत्री ने हमारे बेटे से बातचीत की और आशीर्वाद दिया, उसके लिए हम उनका दिल से धन्यवाद करते हैं। प्रधानमंत्री जनता के बहुत करीब हैं और उनकी बातें सीधे दिल को छू जाती हैं। वे देशहित की बातें करते हैं, यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।”
वहीं, शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारे बेटे के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। उन्होंने शुभकामनाएं दीं और अंतरिक्ष से जुड़ी कई जानकारियां लीं।” गाजर के हलवे को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया, “शुभांशु घर का बना गाजर का हलवा नहीं ले गए हैं, बल्कि डायटीशियन द्वारा निर्धारित मेडिकेटेड हलवा साथ ले गए हैं। जब हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि वहां का अनुभव बहुत अद्भुत और भव्य है। हमें बहुत गर्व है।”
गाजर का हलवा और आमरस भी ले गए थे शुभांशु
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान मजाकिया अंदाज में पूछा कि क्या वह गाजर का हलवा लेकर गए हैं और अपने साथियों को खिलाया है? इस पर शुभांशु ने जवाब दिया कि उन्होंने गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आमरस साथ में ले गए थे, जिसे सभी ने मिलकर खाया और सभी को बहुत पसंद आया। साथियों ने कहा कि वे जब धरती पर लौटेंगे तो भारत जरूर आएंगे।
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पीएम मोदी ने दिया 'होमवर्क'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत के अंत में शुभांशु को एक प्रकार का ‘होमवर्क’ भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत को गगनयान मिशन को आगे बढ़ाना है, स्वदेशी स्पेस स्टेशन बनाना है और चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग करानी है। इन सभी मिशनों में शुभांशु का अनुभव भारत के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।