लोकसभा में PM Modi का संबोधन: ‘कुछ लोग निराशा में डूबे हैं, देश के विकास को स्वीकार नहीं कर रहे’
PM Modi In Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बुधवार को अपने संबोधन में शायराना अंदाज में कहा कि ये कह-कह कर हम दिल बहला रहे हैं... वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति जी का अभिनंदन भी करना चाहता हूं। गणतंत्र के मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक तो है ही, देश की कोटि-कोटि बेटियों के लिए यह बहुत बड़ा प्रेरणा का अवसर भी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां चर्चा में हर किसी ने अपने अपने आंकड़े और तर्क दिए... अपनी रुचि, प्रवृत्ति और प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखीं और जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो यह भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता और इरादा है। देश इन सभी का मूल्यांकन करता है।
पीएम मोदी बोले- राष्ट्रपति ने संबोधन में भारतीयों का मार्गदर्शन किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने दूरदर्शी संबोधन में हमारा और करोड़ों भारतीयों का मार्गदर्शन किया। गणतंत्र के प्रमुख के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देश की बेटियों और बहनों के लिए प्रेरक भी है। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया है। आज आजादी के कई वर्षों के बाद आदिवासी समुदाय में गर्व की भावना है और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। यह देश और सदन इसके लिए उनका आभारी है।
शायराना अंदाज में पीएम मोदी ने कही ये बातें
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक…उछल रहे थे और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है… ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं…।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए। एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है और हमारे जनजातीय समाज के प्रति उनकी सोच क्या है, लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गईं तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था, वो सच बाहर आ ही गया।
पीएम मोदी बोले- राष्ट्रपति के भाषण के प्रति किसी को ऐतराज नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि जब राष्ट्रपति जी के भाषण पर चर्चा मैं सुन रहा था, तो मुझे लगा कि बहुत सी बातों को मौन रहकर स्वीकार किया गया है। यानी, राष्ट्रपति जी के भाषण के प्रति किसी को ऐतराज नहीं है। राष्ट्रपति जी ने अपने भाषण में कहा था, जो भारत अपनी अधिकांश समस्याओं के लिए दूसरों पर निर्भर था, वो आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था… देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं। देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है। उन्होंने कहा कि सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं।
पीएम मोदी बोले- ऐसे स्थिति में जिस प्रकार से देश संभला है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 100 साल में आई हुई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बंटा हुआ विश्व…इस स्थिति में भी, संकट के माहौल में, देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास और गौरव से भर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर positivity है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये देश के लिए गर्व की बात है, 140 करोड़ देशवासियों को गर्व हो रहा है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है। वे लोग आत्म निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि आज दुनिया की हर विश्वसनीय संस्था, हर Expert, जो भविष्य का अच्छे से अनुमान भी लगा सकते हैं, उन सबको आज भारत को लेकर बहुत आशा और काफी हद तक उमंग है। इसका कारण है कि भारत में अस्थिरता नहीं है।
पीएम मोदी बोले- भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है...
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है। निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में हमने 150 से ज्यादा देशों को संकट के समय दवाई और वैक्सीन पहुंचाई। यही कारण है कि आज कई देश वैश्विक मंचों पर खुले मन से, भारत का धन्यवाद देते हैं, भारत का गौरवगान करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व भारत की ओर आशा और विश्वास से देख रहा है और भारत के लिए उत्साहित है। भारत में स्थिरता, बढ़ता वैश्विक प्रभाव, ताकत और नई संभावनाएं इसके पीछे सबसे बड़े कारण हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं। स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। एक विशाल स्टार्टअप इकोसिस्टम देश के कोने-कोने में पहुंच गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही। आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है और एक स्थिर और निर्णायक सरकार में विश्वास हमेशा राष्ट्र हित में निर्णय लेने का साहस रखता है।
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