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भारत के लिए क्यों खास है मॉरिशस? 5 पॉइंट्स में समझें PM Modi के दौरे के मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के लिए मॉरीशस के दौरे पर हैं। 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मॉरीशस ने पीएम मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। तो आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि मॉरीशस भारत के लिए क्यों जरूरी है?

PM Modi Mauritius Visit Significance: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरिशस के दौरे पर हैं। इस दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भी शिरकत करेंगे। कल यानी 12 मार्च को मॉरिशस में 57वां राष्ट्रीय दिवस समारोह मनाया जाएगा। मॉरिशस ने पीएम मोदी को इस समारोह में बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया है। मॉरिशस में भी पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ है। मगर क्या आप जानते हैं कि मॉरिशस भारत के लिए क्यों खास है?

48 हजार करोड़ का व्यापार

भारत और मॉरिशस का द्विपक्षीय व्यापार लगभग 50 करोड़ का है। 2022-23 के आंकड़ों की मानें तो दोनों देशों ने 48,000 करोड़ का व्यापार किया था, जिसमें भारत ने मॉरीशस को 4,000 करोड़ निर्यात किया था और मॉरीशस से 800 करोड़ का आयात किया था। 2005 के बाद दोनों देशों के साझा व्यापार में 132% का उछाल देखने को मिला है। यह भी पढ़ें- Elon Musk के X पर यूक्रेन ने लगाई सेंध! साइबर अटैक पर मस्क का बड़ा खुलासा

समुद्री सुरक्षा पर फोकस

मॉरीशस हिन्द महासागर में रणनीतिक लोकेशन पर मौजूद है। ऐसे में इंडो-पैसिफिक में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने में मॉरीशस भारत की मदद कर सकता है। व्हाइट-शिपिंग जानकारी साझा करने के लिए दोनों देशों MoU पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके अंतर्गत कमर्शियल और गैर-सैन्य जहाजों की जानकारी दोनों देशों में साझा की जाएगी, जिससे समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी।

चागोस आइलैंड का मुद्दा

ब्रिटेन और मॉरीशस के बीच चागोस आइलैंड पर विवाद चल रहा है। पिछले 50 सालों से दोनों देश इस आइलैंड पर अपना दावा करते हैं। इस लड़ाई में भारत मॉरिशस के साथ है। 60 आइलैंड से बने चागोस द्वीप के एक हिस्से पर अमेरिका और ब्रिटेन का साझा मिलिट्री बेस भी मौजूद है।

सागर प्रोजेक्ट

हिन्द महासागर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भारत ने 2015 में सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन (सागर) प्रोजेक्ट शुरू किया था। मॉरीशस भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा है। भारत ने अगालेगा द्वीप पर मिलिस्ट्री बेस का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। यह द्वीप मॉरीशस के बेहद करीब है। यहां से भारत खासकर चीनी जहाजों और पनडुब्बियों पर नजर रख सकते हैं।

मॉरिशस है मिनी इंडिया

मॉरिशस में भारतीय मूल के लोगों की आबादी काफी ज्यादा है। मॉरीशस की कुल आबादी में 52% हिन्दू हैं। इनमें ज्यादातर लोग भारतीय मूल के हैं। यही वजह है कि मॉरीशस को मिनी इंडिया भी कहा जाता है। 2 नवंबर 1834 को एटलस नामक जहाज भारत से मॉरीशस के लिए रवाना हुआ था। इस जहाज में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी मजदूर थे। इसी दिन की याद में मॉरीशस में आज भी 2 नवंबर को अप्रवासी दिवस मनाया जाता है। यह भी पढ़ें- पाकिस्तानी राजदूत केके एहसान वागन कौन? जिन्हें अमेरिका में नहीं मिली एंट्री


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