Pinaka Rocket Launcher Explainer: 'पिनाका' मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) का नया वर्जन भारतीय सेना का हिस्सा बनने के तैयार है। इसके आते ही इंडियन डिफेंस सिस्टम और मजबूत हो जाएगा। पिनाका देश में ही बना मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर है, जिसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। इसका नाम भगवान शिव के धनुष 'पिनाक' के नाम पर रखा गया है। यह लॉन्चर रूस के BM-21 ग्रेड सिस्टम का विकल्प होगा।
साल 2025 में 2 पिनाका रेजिमेंट्स सेना में शामिल हो चुकी हैं। 2 पिनाका रेजिमेंट्स हाल ही में शामिल की जानी हैं। कुल 22 पिनाका रेजिमेंट्स को सेना में शामिल किए जाने की योजना है। पिनाका रॉकेट लॉन्चर पहले से ही भारतीय सेना का हिस्सा हैं। 1999 के कारगिल युद्ध से इनका इस्तेमाल शुरू हुआ था। वर्तमान में सेना के पास 4 पिनाका रेजिमेंट्स हैं। 6 रेजिमेंट्स का ऑर्डर दिया जा चुका है। साल 2026 तक कुल पिनाका रेजिमेंट्स की संख्या 10 हो जाएगी।
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2042 तक बनाए जाएंगे पिनाका लॉन्चर
बता दें कि एक्सटेंडेड रेंज (ER) पिनाका (75 किलोमीटर रेंज) ने नवंबर 2024 में अपने PSQR वैलिडेशन ट्रायल्स पूरे किए थे और इसे दिसंबर 2024 से सेना में शामिल कर लिया गया था। पिनाका Mk-III (120 किलोमीटर रेंज) निर्माण के अंतिम चरण में है और इसके ट्रायल्स अक्टूबर 2025 में शुरू होने की उम्मीद है।
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इसे साल 2026 तक सेना में शामिल करने की योजना है। पिनाका-4 (200-300 किलोमीटर रेंज) निर्माण के प्रारंभिक चरण में है और इसे साल 2030 तक सेना में शामिल करने की योजना है। इसके अलावा साल 2042 तक सेना का लक्ष्य 22 रेजिमेंट्स के साथ पुराने रूसी BM-21 ग्रैड सिस्टम को पूरी तरह से पिनाका से बदलने का है।
इतनी होगी लॉन्चर की फायरिंग रेंज
बता दें कि पिनाका रॉकेट लॉन्चर की फायरिंग कैपेसिटी 44 सेकंड में 12 हाई-एक्सप्लोसिव रॉकेट्स को फायर करने की है। एक बैटरी (6 लॉन्चर) 72 रॉकेट्स को 44 सेकंड में लॉन्च करके 1000 मीटरx800 मीटर एरिया को नष्ट कर सकती है। लॉन्चर को टाट्रा या टाटा ट्रकों पर माउंटेड किया जाता है, जिसे साथ इन्हें किसी भी इलाके में तैनात किया जा सकता है।
गाइडेड पिनाका में INS/GPS नेविगेशन सिस्टम लगा है, जो पहाड़ी इलाकों में सटीक हमले करने में सक्षम है। लॉन्चर का सर्कुलर एरर प्रोबेबल (CEP) 2-3 मीटर है। यह लॉन्चर खुद, स्टैंडअलोन, रिमोट और मैनुअल मोड में काम कर सकता है। हाई-एक्सप्लोसिव, प्री-फ्रैगमेंटेड, एरिया डिनायल म्युनिशन (एंटी-पर्सनल और एंटी-टैंक माइंस) सहित विभिन्न प्रकार के वॉरहेड्स में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
किसने बनाया पिनाका का डिजाइन?
बता दें कि पिनाका रॉकेट लॉन्चर का डिजाइन DRDO ने बनाया है। इसे टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL), लार्सन एंड टुब्रो (L&T), सोलर इंडस्ट्रीज, म्युनिशन्स इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (EEL) मिलकर बना रहे हैं। आर्मेनिया ने पिनाका सिस्टम खरीदा है और फ्रांस सहित अन्य देशों जैसे ASEAN और अफ्रीकी देशों ने इसमें रुचि दिखाई है।
फरवरी 2025 में 10147 करोड़ रुपये की लागत से हाई-एक्सप्लोसिव प्री-फ्रैगमेंटेड और एरिया डिनायल म्युनिशन के लिए MOU साइन किया गया है। HIMARS (अमेरिका) पिनाका की तुलना में हल्का, लेकिन कम रॉकेट्स लॉन्च करने वाला सिस्टम है। पिनाका की लागत 2.3 करोड़ रुपये प्रति सिस्टम है, जबकि M270 की लागत 19.5 करोड़ रुपये है।