भारत के ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान से तनाव को लेकर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि पाकिस्तान में कैसे आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना के 35-40 जवान और अफसर मारे गए। साथ ही इंडियन एयर स्ट्राइक के नए वीडियो भी जारी किए गए।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कुछ एयर फील्ड और डंपों पर हवा से लगातार हमले हुए, लेकिन सभी को विफल कर दिया गया। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में उसके लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ जो 3 दिनों तक तनाव रहा, वो किसी युद्ध से कम नहीं था। हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस लौट आए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे 5 जवान शहीद हुए।
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जारी किए एयर स्ट्राइक के नए Video
एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुरीदके आतंकी कैंप और बहावलपुर आतंकी कैंप पर किए गए हमलों को वीडियो जारी किए। DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि उन 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रउफ और मुदासिर अहमद जैसे लक्ष्य शामिल थे, जो IC814 के हाईजैक और पुलवामा ब्लास्ट में शामिल थे।
इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के ड्रोन को हवा में ही मार गिराया
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि 8-9 मई की रात को 22:30 बजे से ही हमारे शहरों पर ड्रोन, मानवरहित हवाई वाहनों का व्यापक हमला हुआ, जो श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक गया। हम तैयार थे और हमारी हवाई रक्षा तैयारियों ने सुनिश्चित किया कि जमीन पर या दुश्मन द्वारा नियोजित किसी भी लक्षित लक्ष्य को कोई नुकसान न पहुंचे। एक संतुलित प्रतिक्रिया में हमने एक बार फिर गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, निगरानी रडार स्थलों को निशाना बनाया। ड्रोन हमले सुबह तक जारी रहे, जिनका हमने मुकाबला किया। जबकि ड्रोन हमले लाहौर के निकट कहीं से किए जा रहे थे, दुश्मन ने अपने नागरिक विमानों को भी लाहौर से उड़ान भरने की अनुमति दे दी थी, न सिर्फ उनके अपने विमान, बल्कि अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान भी, जो काफी असंवेदनशील था और हमें अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ी।
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