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पहलगाम आतंकी हमले के पीछे हाफिज सईद, 3 और वारदातों में सामने आई लश्कर की भूमिका

पहलगाम हमले के पीछे भारत के दुश्मन हाफिज सईद की बड़ी भूमिका सामने आई है। आतंकी हमले में विदेशी आतंकियों का हाथ होने की पुष्टि भारतीय एजेंसियों ने की है। हाफिज सईद पाकिस्तान में छिपा है, जो समय-समय पर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है। विस्तार से पूरे मामले के बारे में जानते हैं।

पहलगाम में आतंकी हमला प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LET) आतंकी संगठन से जुड़े एक कट्टर मॉड्यूल टीआरएफ द्वारा किया गया था। इस हमले में शामिल ज्यादातर आतंकवादी विदेशी थे, जिन्हें स्थानीय आतंकवादियों का समर्थन प्राप्त था। बता दें कि पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 टूरिस्टों और 2 आम लोगों की मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से सक्रिय आतंकी मॉड्यूल की भूमिका हमले में रही है, जो 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद से सबसे घातक हमला है। इस आतंकी हमले को पाकिस्तान के समर्थन से आतंकियों ने उच्च स्तरीय रणनीति बनाकर अंजाम दिया है। यह भी पढ़ें:Pahalgam Attack: न्यूयॉर्क टाइम्स ने आतंकवादी को लिखा ‘उग्रवादी’, अमेरिकी संसद ने लगाई फटकार स्थानीय आतंकियों ने टेरर मॉड्यूल के संचालकों और समर्थकों को पनाह दी। इस हमले में स्थानीय आतंकवादियों, घाटी के ओवरग्राउंड वर्करों की भूमिका भी सामने आई है, जो 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड और लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के इशारों पर काम कर रहे थे। लश्कर लंबे समय से कश्मीर में सक्रिय है, जिसकी 3 बड़े हमलों में भी भूमिका सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि इसी संगठन ने सोनमर्ग, बूटा पथरी और गांदरबल में बड़े हमले करवाए थे। अक्टूबर 2024 में बूटा पथरी में एक आतंकी हमले में भारतीय सेना के 2 जवान शहीद हो गए थे, 2 आम नागरिक भी मारे गए थे।

मारा जा चुका है जुनैद अहमद

उसी महीने सोनमर्ग में सुरंग निर्माण श्रमिकों पर एक घातक हमला हुआ था, जिसमें 6 मजदूरों और 1 डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोनमर्ग हमले को अंजाम देने वाला कुलगाम का ए प्लस कैटेगरी का आतंकी जुनैद अहमद भट्ट दिसंबर 2024 में दाचीगाम में एक मुठभेड़ में मारा गया था। उसके अलावा अन्य आतंकी भागने में सफल रहे थे। सूत्रों के मुताबिक ये आतंकवादी बड़ा हमला करने के बाद जंगल में छिप जाते हैं, जो अपने पाकिस्तान में बैठे आकाओं के आदेश पर बाहर निकलते हैं। पूरे मॉड्यूल को सीधे लश्कर प्रमुख हाफिज सईद और उसके डिप्टी सैफुल्लाह द्वारा संचालित किया जाता है।

3 जगह किया गया अटैक

भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि मॉड्यूल को पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी ISI से हर तरह की मदद मिलती है। इस मॉड्यूल में अधिकतर विदेशी आतंकी शामिल हैं, इसके अलावा कश्मीर के कई स्थानीय और ओवरग्राउंड वर्करों की मदद भी ली जाती है। सूत्रों के मुताबिक बैसरन घाटी में आतंकियों ने 3 जगह हमला किया। एक ही स्थान पर 5 लोगों की हत्या की गई, 2 को खुले मैदान में गोली मारी गई और अन्य को मैदान चारों ओर लगाई गई फेंसिंग के पास निशाना बनाया गया। यह भी पढ़ें:कौन सा पाकिस्तानी वीजा भारत में मान्य, किन-किन लोगों को 48 घंटे में छोड़ना होगा देश? बाड़ फांदकर भागने में सफल रहे लोगों की जान बच गई। हमले में 2 पाकिस्तानी आतंकियों हाशिम मूसा उर्फ ​​सुलेमान और अली भाई उर्फ ​​तल्हा शामिल हैं। तीसरा आतंकी अब्दुल हुसैन थोकर अनंतनाग का निवासी है। पुलिस ने आतंकियों की सूचना पर 20 लाख का इनाम घोषित किया है।


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