संसद मानसून सत्र में सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष को जवाब दिया है। उन्होंने संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अपने संबोधन के दौरान विपक्ष के हर सवाल का जवाब दिया है। रक्षा मंत्री के करीब 30 मिनट से ज्यादा के संबोधन में कई बड़ी बातें बताई। उनके संबोधन से जुड़ी करीब 10 बड़ी बातों से आपको रूबरू कराते हैं।
100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए 6-7 मई की रात को सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन में सिर्फ पाकिस्तान में सिर्फ आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया गया था, वहां के आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह करते हुए 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया।
3 आतंकवादी संगठनों को पहुंचाया भारी नुकसान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले हमारी तीनों सेनाओं ने हर पहलू का गहराई से अध्ययन किया था। हमारे पास कई विकल्प थे। काफी सोच-विचार के बाद सिर्फ आतंकवादियों को नुकसान पहुंचाने के विकल्प को चिन्हित किया गया था। इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकी जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के जुड़े थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से आतंकवादियों को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले का भी जवाब दिया। उन्होंने रामायाण की चौपाई 'जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे' का जिक्र करते हुए कहा कि इसका मतलब हमने केवल जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया था, लेकिन भारत ने सभी हमलों को विफल कर दिया। उन्होंने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई पूरी तरह से संतुलित थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के प्लेन गिराने वाले सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया। राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष का यह सवाल ही गलत है। हमारी सेना ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए पाकिस्तान को हर मोर्च पर नेस्तानाबूद कर दिया है।
यूपीए सरकार पर निशाना
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन के दौरान यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा है। बताया कि कैसे 2006 में मनमोहन सिंह सरकार ने आतंकवाद के प्रायोजक पाकिस्तान को आतंकवाद का शिकार माना था। इतना ही नहीं, 2008 में मुंबई हमले के बाद सेना को कार्रवाई करने की इजाजत नहीं दी गई थी। आज की मोदी सरकार में 'बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते हैं।
'ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है'
राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और अगर कोई आतंकवादी हमला हुआ तो पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा। उन्होंने सिर्फ भारतीय विमानों को मार गिराए जाने पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष की भी आलोचना की।