Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने कैसे मोर्चा संभाला, इसको लेकर बीएसएफ के आईजी जम्मू शशांक आनंद ने बात की। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की महिला कर्मियों ने अग्रिम पोस्ट पर लड़ाई लड़ी। हमारी बहादुर महिला कर्मियों, सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने एक अग्रिम पोस्ट की कमान संभाली, कांस्टेबल मंजीत कौर, कांस्टेबल मलकीत कौर, कांस्टेबल ज्योति, कांस्टेबल सम्पा और अन्य ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अग्रिम पोस्ट पर लड़ाई लड़ी है।' उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मनों को कैसे नुकसान पहुंचाया गया।
पहलगाम हमले के बाद क्या हुआ?
BSF की तरफ से जानकारी दी गई कि '22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ उसके बाद सबको उम्मीद थी कि भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी संगठनों पर स्ट्राइक की जाएगी और ऐसा हुआ भी।' आगे कहा गया कि 'साथ ही हमें इस बात की भी आशंका थी कि पाकिस्तान CFV करेगा, हम पूरी तरह से तैयार थे। पहलगाम आतंकी हमला हुआ उसके बाद हमने देखा कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने अपनी पोस्ट में आना ही छोड़ दिया था हम पूरी तरह से अलर्ट थे जिसमें महिलाएं भी शामिल थी।'
7 मई को क्या हुआ?
IG ने जानकारी दी कि '7 मई को जब ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च हुआ इंटेलिजेंस एजेंसी से खबर आ रही थी कि पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ करवा सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और हमने दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब दिया।' इसके बाद उन्होंने कहा कि '8 तारीख की रात हमने बॉर्डर पर पूरी निगरानी रखी और देखा कि पाकिस्तान के सियालकोट में अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश की गई।'
उन्होंने कहा कि 'हमने सांबा सेक्टर में बॉर्डर के पास आतंकियों का खात्मा किया और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। वहीं, पाकिस्तान ने CFV किया, उसके बाद हमने पाकिस्तान को भी करारा जवाब दिया।'
18 से 20 आतंकवादी थे मौजूद
बीएसएफ के DIG सुंदरबनी सेक्टर, वरिंदर दत्ता ने कहा कि '8 मई को, हमें रिपोर्ट मिली थी कि सीमा पार पाकिस्तान के लूनी आतंकी लॉन्च पैड पर 18 से 20 आतंकवादी मौजूद हैं। जानकारी मिली कि वह घुसपैठ कर सकते हैं, लेकिन हमने हमला करके उन्हें चौंका दिया, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ।'
अभी भी सतर्कता जरूरी
सीमावर्ती गांवों में विश्वास बहाली के उपायों पर बीएसएफ आईजी जम्मू शशांक आनंद ने कहा कि 'हम सीमा पर लगातार निगरानी रख रहे हैं। हम सीमावर्ती गांवों में रहने वाले किसानों को अपनी फसल काटने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हमारे किसान कड़ी सुरक्षा के बीच अपनी कृषि गतिविधियां करते हैं। हम यह भी देख रहे हैं कि पाकिस्तानी किसान भी अब कृषि गतिविधियां कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सामान्य स्थिति वापस आ रही है। सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमावर्ती गांवों का दौरा कर रहे हैं और बैठकें, चिकित्सा शिविर और नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।"
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