लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा चल रही है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के बाद चर्चा की शुरुआत हुई। इसके बाद कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से तीखे सवाल पूछे। फिर कई अन्य नेताओं ने भी अपनी बात रखी। वहीं जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर जवाब दे रहे थे, तब विपक्ष ने उन्हें टोकना शुरू कर दिया। इस पर अमित शाह भड़क गए।
सदन में जब भड़क गए अमित शाह
विपक्ष द्वारा विदेश मंत्री एस. जयशंकर को टोके जाने पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "मुझे एक बात को लेकर आपत्ति है। भारत में शपथ लिया हुआ विदेश मंत्री बयान दे रहा है, उस पर भरोसा नहीं है? इन्हें किसी और देश पर भरोसा है? मैं समझ सकता हूं कि उनकी पार्टी में विदेश का महत्व क्या है, लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं है कि पार्टी की सारी चीजें सदन में आकर थोपी जाएं।"
अमित शाह ने कहा, "आपको विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं है? शपथ लिया हुआ व्यक्ति यहां बोल रहा है। वे एक जिम्मेदार इंसान हैं। इसलिए वे विपक्ष में बैठे हैं और 20 साल तक वहीं बैठने वाले हैं।"
दरअसल जब विदेश मंत्री सदन में भाषण दे रहे थे तो विपक्षी दलों के नेता लगातर उनसे सवाल पूछ रहे थे और टोक रहे थे। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह खड़े हुए और विपक्षी दलों की बोलती बंद कर दी।
यह भी पढ़ें : डोनाल्ड ट्रंप ने नहीं कराया था सीजफायर, खुद पाकिस्तान ने लगाई थी गुहार, विदेश मंत्री का बड़ा बयान
वहीं चर्चा की शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार करना या वहां के इलाके पर कब्जा करना ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य नहीं था। ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने का उद्देश्य उन आतंकी नर्सरियों को खत्म करना था जिन्हें पाकिस्तान ने कई सालों से पाला था।