Odisha Train Tragedy: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद विपक्ष ने रेल मंत्री का इस्तीफा मांगने की मुहिम शुरू कर दी है। रविवार को कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार संवेदनहीन होने का आरोप लगाया। पवन खेड़ा ने कहा कि ट्रेन हादसे पर हमें दुख है। हादसे के बाद एनडीआरएफ, ओडिशा के प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय लोगों ने मानवीय तस्वीर दिखाई है। लेकिन हमारी सरकार उतनी संवेदनशील नहीं दिखती है, जितने अन्य लोग हैं।
पवन खेड़ा रेलवे सुरक्षा सिस्टम कवच के बहाने पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि आपने (पीएम मोदी) अपने इर्द-गिर्द एक कवच बना रखा है, जो सभी सार्वजनिक जांच से बचाता है। टेलीविजन पर बहस से बचाता है। मगर ये कवच रेल यात्रियों को नहीं बचाता। किसी अन्य पीएम के पास ऐसी ढाल नहीं थी। एक समय था जब लाल बहादुर शास्त्री, माडावराव सिंधिया और नीतीश कुमार जैसे लोगों ने दुर्घटनाओं के बाद इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे का मतलब नैतिक जिम्मेदारी लेना है। लेकिन यहां न तो जिम्मेदारी है और न ही नैतिकता।
अपने रेल मंत्री से इस्तीफा मांगें पीएम मोदी
पवन खेड़ा ने कहा कि हमें नहीं पता कि हम किससे इस्तीफा मांगें। वह व्यक्ति जो छोटी ट्रेनों का उद्घाटन करने के लिए छोटे स्टेशनों पर भी जाता है या वह जो कल सुबह से प्रचार में व्यस्त है। पीएम मोदी जी, आप तय करें कि आप किसका इस्तीफा चाहते हैं। क्योंकि अब देश उम्मीद करता है कि जिस तरह से लाल बहादुर शास्त्री, नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है, उसी तरह आप अपने रेल मंत्री का इस्तीफा मांगें।
पूरा ढांचा खोखला कर देंगे, यह हमें मंजूर नहीं
पवन खेड़ा ने कहा कि CAG की रिपोर्ट बताती है कि 2017 से 2021 के बीच ट्रेन के पटरी से उतरने की 1,127 घटनाएं हुई हैं। मोदी सरकार में ट्रैक की मरम्मत/नवीनीकरण का बजट हर साल कम होता जा रहा है। यही नहीं... जो बजट है उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हम हाई-स्पीड ट्रेन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन 10-15 चमकती ट्रेन दिखाकर आप पूरा ढांचा खोखला कर देंगे, ये मंजूर नहीं है।