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‘सेना ने 9 आतंकी ठिकाने उड़ाए’, ऑपरेशन सिंदूर पर विदेशी मीडिया कवरेज पर क्या बोले अजीत डोभाल?

NSA Ajit Doval: अजीत डोभाल ने आज ऑपरेशन सिंदूर पर खुलकर बात की। ऑपरेशन को लेकर विदेशी मीडिया की कवरेज पर सवाल उठाए। वे IIT मद्रास के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे और अपनी स्पीच में उन्होंने विदेशी मीडिया की खूब आलोचना की। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा?

IIT मद्रास के दीक्षांत समारोह में स्पीच देते अजीत डोभाल।
NSA Ajit Doval Speech: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल आज IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे। समारोह में डिग्रियां बांटने के बाद उन्होंने स्टूडेंट्स को संबोधित किया। अपनी स्पीच में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर की विदेशी मीडिया कवरेज पर सवाल उठाए। कवरेज को पक्षपाती बताया। विदेशी मीडिया की कवरेज की और कहा कि विदेशी मीडिया पाकिस्तान की कार्रवाई से भारत को हुए नुकसान के सबूत पेश करे। विदेशी मीडिया ने भारत को हुए नुकसान की रिपोर्टिंग की, लेकिन नुकसान की तस्वीर या सैटेलाइट इमेज तक नहीं दिखा पाए, जबकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए। 100 आतंकी ढेर किए, जिनके जनाजे उठने तक की तस्वीरें आई थीं।  

विदेशी मीडिया ने नुकसान की एक तस्वीर नहीं दिखाई

अजीत डोभाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की कवरेज करते हुए विदेशी मीडिया ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत में यहां हमला किया, यह ठिकाना तबाह किया, लेकिन एक तस्वीर तक नहीं दिखाई, जिसमें सबूत हो कि भारतीय सेना के किसी ठिकाने को नुकसान पहुंचा हो। एक शीशा तक टूटा हो, लेकिन विदेशी मीडिया ने नुकसान की बातें लिखीं और प्रचारित-प्रसारित की। तस्वीरों में 10 मई से पहले और बाद में पाकिस्तान के 13 हवाई अड्डे दिखाई दिए, चाहे वह सरगोधा हो, रहीम यार खान हो, चकलाला हो। स्वदेशी हथियारों से पाकिस्तान के आर-पार 9 आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। आतंकी ठिकानों के अलावा कहीं और हमला नहीं किया। पूरे ऑपरेशन में 23 मिनट लगे, विदेशी मीडिया ने पक्षपाती कवरेज की। यह भी पढ़ें: ‘BJP सांप्रदायिक भेदभाव को बढ़ावा न दे’, सुवेंदु अधिकारी के बयान पर तृणमूल कांग्रेस का पलटवार अजीत डोभाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश कई साल तक गुलाम रहा। हजारों सालों तक भारतीय सभ्यता संकटग्रस्त, रक्तरंजित और अपमानित रही। हमारे पूर्वजों ने बहुत कुछ सहा है। इस सभ्यता को जीवित रखने के लिए, राष्ट्र की धारणा को जीवित रखने के लिए अपमान, अभाव और कष्ट सहे। भारत एक राष्ट्र के रूप में, हजारों सालों से अस्तित्व में है। 22 साल बाद भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा, तब आप सभी अपने करियर के शीर्ष पर होंगे। आप सभी को मिलकर साल 2047 का विकसित भारत बनाना है।


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