No Confidence Motion: मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में मंगलवार से चर्चा शुरू हुई। तीन दिनों तक संसद में करीब 18 घंटे अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका जवाब देंगे। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- गठबंधन को I.N.D.I.A नाम देने से कुछ नहीं होगा, जब आप भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई है।
कांग्रेस इसे बिल्कुल गलत समय पर लेकर आई है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने का कोई कारण होता है। जब देश में राजनीतिक हालत अस्थिर हो, तब अक्सर इसे लाया जाता है या फिर सरकार कमजोर स्थिति में हो, उस समय अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस इसे बिल्कुल गलत समय पर लेकर आई है। सरकार मजबूत स्थिति में है। पूरी दुनिया में देश की तारीफ हो रही है। आज हम सभी इस पुरानी संसद में आखिरी बार किसी अविश्वास प्रस्ताव को गिरते हुए देखेंगे।
पूर्वोत्तर राज्य के लोगों की रखी बात
बहस के दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर के लोगों की बात रखी। उन्होंने कहा- 2014 से पहले पूर्वोत्तर के कई लोगों को दिल्ली और देश के अन्य प्रमुख शहरों में नस्लीय भेदभाव और अत्याचार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2014 के बाद हालात बदले और आजादी के बाद पहली बार गुवाहाटी में डीजीपी कॉन्फ्रेंस हुई। इस बैठक के दौरान पीएम ने निर्देश दिया कि पुलिस को पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
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प्रधानमंत्री की मौन प्रतिज्ञा तोड़ने के लिए लाना पड़ा अविश्वास प्रस्ताव
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि विपक्षी गुट 'INDIA' को मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौन प्रतिज्ञा को तोड़ने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सरकार जो एक भारत की बात करती है, उसने दो मणिपुर बनाए हैं- एक पहाड़ों में रहता है और दूसरा घाटी में रहता है।
उन्होंने सरकार के इस तर्क पर भी बात की जिसमें कहा गया था कि हिंसा की पिछली घटनाओं के बाद किसी भी प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर बात नहीं की है, उन्होंने बताया कि भाजपा के प्रतिष्ठित नेता और पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 के सांप्रदायिक दंगों के दौरान गुजरात का दौरा किया था।
पूर्वोत्तर को कांग्रेस भारत का हिस्सा तक नहीं मानती थी
किरेन रिजीजू ने कहा कि मैं 2004 से इस सदन का सदस्य रहा हूं। एक दौर था जब छोटी पार्टी थे तो हमें बोलने का वक्त तक नहीं दिया जाता था। पूर्वोत्तर राज्य को कांग्रेस भारत का हिस्सा तक नहीं मानती थी। बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर 10 अगस्त तक चर्चा चलेगी। इस चर्चा में राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा- जब किसी पूर्वोत्तर राज्य में कोई अशांति होती है तो इसका असर पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र और देश पर पड़ता है। बहस के दौरान किरण रिजिजू ने कहा- वे दिन गए जब विदेशी ताकतें भारत को बताती थीं कि क्या करना है और क्या नहीं। आज, कोई भी विदेशी ताकत हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकतीं।