Opposition Meet: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की बैठक शिमला नहीं, बेंगलुरु में होगी। गुरुवार को इसका ऐलान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने किया। उन्होंने बताया कि विपक्ष की अगली बैठक 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा। कहा कि 23 जून को बिहार के पटना में हुई विपक्षी एकता बैठक से पीएम मोदी बेचैन हो गए हैं।
बता दें कि पटना में हुई बैठक में 15 विपक्षी दल शामिल हुए थे। सभी दलों ने आपसी मतभेद भुलाकर बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प दोहराया था। उस वक्त बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अगली बैठक शिमला में होगी। उस दौरान सीटों के बंटवारे पर फैसला लिया जाएगा।
खड़गे की अगुवाई में होगी बैठक
शरद पवार ने बैठक कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में होगी। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव और भाजपा के खिलाफ कार्ययोजना तैयार होने की उम्मीद है।
ये नेता बैठक से रहे थे दूर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना में सीएम आवास पर आयोजित पहली बैठक में विभिन्न दलों के 32 से अधिक नेता शामिल हुए थे। जबकि मायावती (बसपा), नवीन पटनायक (बीजेडी), के चंद्रशेखर राव (बीआरएस) और वाईएस जगन मोहन रेड्डी (वाईएसआरसीपी) को नहीं बुलाया गया था। आरएलडी नेता जयंत चौधरी पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम के कारण बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
क्या है लोकसभा में भाजपा और विपक्षी दलों का गणित
वर्तमान लोकसभा में विपक्षी दलों की संयुक्त ताकत 543 सीटों में से 200 से भी कम है, हालांकि उनके नेताओं को उम्मीद है कि वे मिलकर भाजपा पर बाजी पलट देंगे। भाजपा के पास 300 से अधिक सीटों के साथ प्रचंड बहुमत है। कांग्रेस ने 2019 में 52 सीटें जीती थीं। जबकि 2014 के चुनाव में केवल 44 सीटें जीती थीं।
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