Uniform Civil Code: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को यूनिफार्म सिविल कोड पर केंद्र सरकार को नसीहत दी। उन्होंने कहा, 'आज कल यह लोग समान नागरिक संहिता की बात कर रहे हैं, मुझे लगता है कि उनको इस तरफ सोचना चाहिए। यह देश विविधिता से भरा है जिसमें हर मजहब, जबान बोलने वाले लोग रहते हैं। मुसलमानों का अपना शरियत कानून है जिसपर उनको नजर रखनी चाहिए। वे इस पर सोचें कि उनका इस कदम उठाने से कहीं कोई तूफान न आ जाए।'
फारूक अब्दुल्ला ने ईद-उल-अजहा के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। वे इस दिन के महत्व का जिक्र करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दीं।
हमारे गुनाहों को माफ करे अल्लाह
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अल्लाह से प्रार्थना करता हूं कि वह हमारे बलिदानों को स्वीकार करें। हमारे गुनाहों को माफ करें और जम्मू-कश्मीर को उस कठिन समय से मुक्त करें, जिसका वह अभी सामना कर रहा है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी बकरीद के मौके पर सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी तरफ से सभी को ईद मुबारक देती हूं और दुआ करती हूं कि जिस मुश्किलों में जम्मू-कश्मीर फंसा हुआ है इससे हमें बाहर निकालें।
देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल में कहा, ‘समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि समान नागरिक संहिता लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग हैं।’
यह भी पढ़ें:देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार को बताया रहस्यमयी, NCP बोली- पब्लिसिटी हासिल करना चाहते हैं डिप्टी CM