Did NASA accidentally kill living creatures on Mars: क्या NASA ने गलती से मंगल ग्रह पर रहने वाले जीवों को मार दिया है? साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी के बर्लिन तकनीकी विश्वविद्यालय के खगोल विज्ञानी डर्क शुल्ज-मकुच ने ये दावा किया है। दरअसल, वैज्ञानिक के अनुसार नासा ने इस लाल ग्रह पर जीवों की खोज के लिए अनुसंधान मिशन चलाया था।
बर्लिन के वैज्ञानिक का दावा है कि इस संभवाना है कि इस खोज अभियान में गलती से यहां रहने वाले प्राणियों की मौत हो गई। बता दें वैज्ञानिक दशकों से इस ग्रह पर जीवन के संकेत खोजने का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि अभी तक इस बारे में कोई निर्णायक सबूत सामने नहीं आए हैं।
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“According to Dirk Schulze-Makuch, an astrobiologist at the Technische Universität Berlin… Viking may indeed have discovered life on Mars, but the water-based nature of its life-detection experiments might have unintentionally killed it.” – @SPACEdotcom https://t.co/zo14ogtwth pic.twitter.com/mKFYdnpXsa
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मंगल ग्रह पर सुरक्षित उतरने वाला पहला लैंडर
खगोल विज्ञानी डर्क शुल्ज-मकुच ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वाइकिंग लैंडर 1976 में मंगल ग्रह पर सुरक्षित उतरने वाला पहला अमेरिकी मिशन था। उनका कहना है कि अनुमान है कि इस लैंडर का उतरना वैज्ञानिकों द्वारा एलियन जीवन की खोज का सबसे करीबी कोशिश थी। उनका दावा है कि इस वाइकिंग लैंडर्स ने ही मंगल ग्रह पर जीवन का नाश किया है।
वाइकिंग लैंडर्स ने मंगल ग्रह पर खोजा था ये पदार्थ
वैज्ञानिक ने कहा कि नासा का इस तरह जीवन खोजने का तरीका काफी विनाशकारी हैं। उन्होंने आगे स्पष्ट करते हुए कहा कि वाइकिंग लैंडर्स ने मंगल ग्रह पर क्लोरीनयुक्त कार्बनिक पदार्थों की पहचान की थी। उन्होंने कहा कि इस पदार्थ के बारे में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि वह पृथ्वी से आया प्रदूषण है। उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद के मिशनों में मंगल ग्रह पर native organic compounds के होने की पुष्टि की गई है।
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