Mizoram Airport Military Aircraft Crash: अचानक फिसला, जोरदार झटका लगा और जहाज 2 टुकड़ों में बंट गया। म्यांमार का मिलिट्री एयरक्राफ्ट मंगलवार सुबह मिजोरम के लेंगपुई एयरपोर्ट के रनवे पर फिसल गया। एयरक्राफ्ट में क्रू मेंबर्स सहित 14 लोग सवार थे, लेकिन इस हादसे में 8 लोगों के घायल होने की सूचना है। बाकी 6 लोग सुरक्षित हैं। मिजोरम के DGP अनिल शुक्ला ने बताया कि छोटे साइज का मिलिट्री एयरक्राफ्ट शानक्सी Y-8 म्यांमार से भागकर भारत आए सैनिकों को वापस लेने आया था।
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लेंगपुई से सभी फ्लाइटें की गईं डायवर्ट
मंगलवार सुबह 10:20 बजे लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर जंगल में गिर गया। हादसे के बाद एयरक्राफ्ट 2 हिस्सों में बंट गया। घायलों को लेंगपुई अस्पताल ले जाया गया। सबकी हालत खतरे से बाहर है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एसोसिएशन (DGCA) ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। दूसरी ओर, हादसे के बाद लेंगपुई आने वाली सभी फ्लाइट्स डायवर्ट कर दी गई हैं। लेंगपुई एयरपोर्ट का रनवे एक टेबल टॉप रनवे है, जो पहाड़ के ऊपर पर बना है। यहां सामान्य रनवे की तुलना में टेक ऑफ और लैडिंग करना थोड़ा मुश्किल होता है।
17 को म्यांमार से भागकर आए थे सैनिक
मिजोरम पुलिस के मुताबिक, विद्रोहियों के हमले से बचने के लिए 17 जनवरी को म्यांमार के 276 सैनिक राज्य के लॉन्ग्टलाई जिले के बॉन्डुकबंगसोरा गांव में घुसे थे। इनमें एक कर्नल, 35 अधिकारी और 240 लोअर रैंक के सैनिक हैं। उन्होंने असम राइफल्स से शरण मांगी थी, लेकिन इनमें से 184 सैनिकों को सोमवार को म्यांमार वापस भेजा गया था। 92 सैनिकों को आज भेजा जाना था। दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि भारत-म्यांमार बॉर्डर पर खुले एरिया में फेंसिंग की जाएगी, ताकि भविष्य में म्यांमार से घुसपैठ न हो।
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गृहमंत्री शाह ने बताया था कि म्यांमार की सीमा भारत के 4 राज्यों से लगती है। दोनों देशों के बीच 1600 किलोमीटर का बॉर्डर है। दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट का एग्रीमेंट 1970 में हुआ था, लेकिन तब से सरकार इसे लगातार रिन्यू करती रही है। आखिरी बार इसे 2016 में रिन्यू किया गया था। इसके बाद अब 2024 में सरकार इसे फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट रिन्यू करने पर विचार कर रही है, लेकिन बॉर्डर को फेंसिंग लगाकर सुरक्षित करेंगे।
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