नई दिल्ली से कुमार गौरव की रिपोर्टः मिशन कर्नाटक को लेकर बीजेपी चुनाव के ऐलान से पहले ही सक्रिय हो गई है। कर्नाटक को दक्षिण भारत की राजनीति का गेटवे कहा जाता है। दक्षिण भारत में कर्नाटक के अलावा बीजेपी का किसी राज्य में सत्ता में सीधे हस्तक्षेप नहीं है। बीजेपी कर्नाटक के सहारे दक्षिण भारत में अपनी पैठ को मजबूत बनाना चाहती है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तारीख को मिलान में अभी महीने भर से अधिक का वक्त बचा हुआ है लेकिन बीजेपी दक्षिण के राज्य में दोबारा कमल खिलाने के लिए अभी से ही मिशन मोड में काम करना शुरू कर दिया है। 20 मार्च के करीब कर्नाटक विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है और अप्रैल महीने में वोटिंग की संभावना है।
पीएम मोदी करेंगे जनसभाएं
बीजेपी कर्नाटक फतह के लिए अपने सबसे बड़े चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी इस्तेमाल करने की पूरी तैयारी कर चुकी है। बीजेपी का लक्ष्य है कि 20 मार्च से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 से 5 जनसभाएं कर्नाटक में करें और उसी हिसाब से उसने तैयारी की है। इसके पीछे का मकसद अपने कार्यकर्ताओं के अंदर चुनाव से पहले जोश भरने का है।
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चुनाव से पहले देंगे बड़ी सौगातें
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी को, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के जन्मदिन के मौके पर उनके जिले से शिमोगा में एक एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मार्च के पहले हफ्ते में ही मैसूर और बेंगलुरू एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के लिए कर्नाटक जाएंगे।
इतना ही नहीं ,कर्नाटक में बीजेपी 1 मार्च से विजय संकल्प रथ यात्रा शुरू करने जा रही है, उसके समापन के दिन एक बड़ी जनसभा मध्य कर्नाटक के दावनगिरी में आयोजित की जाएगी जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे ।
चुनाव से पहले रथ यात्रा निकालने की तैयारी
इसके अलावा चुनाव भी लिहाज से बीजेपी का संदेश पहुंचाने के लिए पार्टी ने कर्नाटक में एक साथ राज्य के चार हिस्सों से 4 रथ यात्रा निकालने की तैयारी की है। विजय संकल्प रथ यात्रा की शुरुआत 1 मार्च से होगी, इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चामराज नगर में एक बड़ी रैली को भी संबोधित करेंगे और उसके बाद महादेश्वर पहाड़ी से हरी झंडी दिखाकर रथ यात्रा की शुरुआत करेंगे।
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वरिष्ठ नेता रथयात्राओं को दिखाएंगे हरी झंडी
इसके अलावा दूसरी विजय संकल्प रथयात्रा 2 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिमी कर्नाटक के बेलगाम जिले के नंदागढ़ से हरी झंडी दिखाकर शुरू करेंगे। तीसरी रथ यात्रा को 3 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बेंगलुरु से हरी झंडी दिखाएंगे वही चौथी रथयात्रा की शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह बिदर के बसवा,कल्याण से करेंगे।
इतना ही नहीं पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को काम मे लगाने की भी पूरी तैयारी कर ली है। बीजेपी ने चुनावी तैयारियों को मजबूत के लिए कर्नाटक में 5 समिति भी बनाई है। इसमें वोट बैंक के हिसाब से सभी जाति का भी ख्याल रखा गया है और राजनीतिक तौर पर मजबूत नेताओ को जगह दी गई है,ताकि नेताओं के बीच चुनाव से पहले नाराजगी भी नही फैले।
येदियुरप्पा को सौंपी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
बीजेपी ने राजनीतिक तौर पर मजबूत कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे को भी चुनाव में महत्वपूर्ण काम सौंपा है। पिछले कुछ दिनों से येदियुरप्पा की नाराजगी की खबरें आ रही थी। उनके बेटे को महत्वपूर्ण काम देकर पार्टी येदियुरप्पा से जुड़े लिंगायत समुदाय जो कि कर्नाटक को राजनीति में मजबूत वोट बैंक है उसको अपने पाले में बनाए रखने का संदेश देना चाहती है ।
येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को बीजेपी के सभी मोर्चाओं की बैठक कर उनको चुनावी कामों में लगाने का जिम्मा दिया है। इसके अलावा बीजेपी ने मेनिफेस्टो कमेटी, रथ यात्रा कमेटी, प्रचार कमेटी जैसी कई कमिटी बनाई है और इनको चुनाव के एलान से पहले यानी15 मार्च तक चुनावी तैयारियों और जनता के रुझान से जुड़े मुद्दे पर पार्टी आलाकमान को अपनी सौंपने को कहा गया है।
रेड्डी परिवार ने बढ़ाई मुश्किलें
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुख्य रूप से मुकाबला रहने की उम्मीद है। इस बीच रेड्डी परिवार के बीजेपी से अलग होने और अपनी पार्टी बनाने के बाद, बीजेपी के लिए चुनौतियां बढ़ गई है,लिहाजा बीजेपी समय रहते मिशन कर्नाटक में लग गई है ताकि चुनाव के एलान से पहले ही वो अपने मजबूत और कमजोर कड़ी की पहचान कर ढीले पुर्जों को कस सके ताकि दुबारा कर्नाटक में भगवा लहरा सके।
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